-न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। हजरतगंज साइबर सेल की टीम ने कैसरबाग इलाके के पास से एक सेना के फर्जी कर्नल को पकड़ा है। जिसके पास से लैपटॉप, लाइसेंसी रिवाल्वर, कार, सेना की वर्दी, मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद किया गया। पकड़ा गया व्यक्ति बेरोजगारों को सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता रहा है। फिलहाल पकड़े जाने की सूचना होते ही मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य खुफियां एजेंसियां पूछताछ कर रही है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बुधवार की दोपहर कैसरबाग स्थित एसबीआई एटीएम के पास एक संदिग्ध के बारे में जानकारी मिली। जोकि सेना की वर्दी में था और कर्नल का बैच लगाए हुआ था। सूचना पर साइबर सेल के प्रभारी अभय कुमार मिश्रा को लगाया गया। छानबीन के बाद पुलिस टीम ने उसका ड्राइविंग लाइसेंस मांगा तो उस पर पता बहराइच और नाम अरविन्द मिश्रा लिखा हुआ था। जिसके बाद उससे सेना का परिचय पत्र मांगा गया तो वह आनाकानी करने लगा। जिस पर उस पर शक गहरा गया। उसे हिरासत में लाकर पूछताछ की गई तो साफ हो गया कि वह लोगों पर रौब गांठने व ठगी के लिए सेना के कर्नल की वर्दी धारण किए हुए है।
आरोपित के कब्जे से एक कार एचआर05एबी-6059 बरामद हुई है, जो कि हरियाणा के पते पर खरीदी गई है। पकड़े गए अभियुक्त ने बताया कि वर्ष 1997 में ग्रेजुएट करने के बाद कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज की प्रतियोगिता की तैयारी की थी और वर्ष 2003 तक आर्मी अफसर बनने का प्रयास करता रहा लेकिन असफल रहा। जिसके बाद से आर्मी की वर्दी व बैज धारण कर घूमने लगा। इसी धुन में उसने एक प्रोफाइल जीवन साथी डॉट कॉम के जरिए उसने पहला विवाह किया था। पुलिस ने बताया कि अरविंद की पहली शादी 2003 में देहरादून निवास कविता भसीन पुत्री सुभाष से हुई थी। औलाद नहीं होने के बाद 2009 में दोनों अलग हो गए थे। इसके बाद उसने जीवन साथी डॉट कॉम पर खुद को आर्मी अफसर बताकर 2017 में कश्मीर निवासी हिना से दूसरी शादी की। अरविंद ने टाटा रिम, आइडिया कंपनी में लुधियाना, छत्तीसगढ़, हरियाणा, जयपुर और अंबाला में नौकरी की। इस दौरान उसे 12 लाख का पैकेज मिलता था। अंसल में उसने अपनी मां के नाम से लैट लिया हुआ है। अरविंद ने फेसबुक पर दो आईडी बना रखी है। पहली वास्तविक नाम से और दूसरी राहुल मिश्रा के नाम से।
सेना में भर्ती का झांसा देकर बेरोजगारों को ठगा
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पकड़ा गया अरविन्द मिश्रा शातिर ठग है। जोकि अब तक दर्जनों लोगों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुका है। इससे पूछताछ कर जानकारी की जा रही है। वहीं जानकारी होते ही सेना के कई अफसर इससे पूछताछ कर रहे है। इसके पास से मिले लैपटॉप व अन्य सामानों की छानबीन की जा रही है। फिलहाल अभी तक इसके खिलाफ ठगी को लेकर किसी ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। लिहाजा अन्य जनपदों से संपर्क कर जानकारी की जा रही है।
पुलिस अफसरों ने पिलाई सिगरेट, खरीदे नये कपड़े
बुधवार को प्रेस वार्ता से पूर्व पुलिस का एक और चेहरा सामने आया है। जालसाजी के आरोपी की आवभगत में पुलिस अफसर जुटे थे। आरोपित के अंदाज से अधिकारी भी अर्दब में थे। फर्जी कर्नल को सर्विलांस सेल में किसी अधिकारी की कुर्सी पर बैठाकर उससे पूछताछ की गई। इस दौरान आरोपित को पुलिस अफसरों ने उसे सिगरेट पिलाई और उसके शौक पूरे किए। इतना ही नहीं आरोपित सेना के अफसर की वर्दी पहने हुए था। पुलिस अधिकारियों ने उसकी वर्दी उतरवाई और उसके लिए नया लोवर और टीशर्ट खरीद कर आरोपित को दी गई। नई टीशर्ट और नया लोवर पहनाकर आरोपित को संवाददाताओं के सामने पेश किया गया।