-न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। गोसाइगंज में लापता अंकित वर्मा मामले में नया मोड़ आ गया है। उल्लेखनीय है कि उसकी लाश बाराबंकी नहर से बरामद की गयी है। मिली जानकारी के अनुसार गोसाईंगंज से चार दिन पहले लापता हुए अंकित वर्मा (20) का हत्या कर फेका गया शव बाराबंकी के लोनी कटरा थाना क्षेत्र के खैरा गांव के इंदिरा नहर में मिला। उसके शरीर पर चोट के निशानों के साथ जुबान कटी हुई और एक आंख भी नही थी। परिजनों ने दो लोगो को नामजद करते हुए थाने पर तहरीर दी। लेकिन पुलिस मुकदमा दर्ज करने में आनाकानी करने लगी। इस बात से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रख कर हाइवे पर जाम लगा दिया।
ज्ञात हो कि मलौली गांव निवासी गुरुप्रसाद का बेटा अंकित कुमार (20) मंगलवार की रात अपने दोस्तों से मिलने जाने की बात कहकर घर से निकला था। जिसके बाद वह वापस नहीं लौटा। परिजनों ने उससे सम्पर्क करने का भी प्रयास किया। लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। बुधवार की सुबह युवक की बाइक, चप्पलें व मोबाइल इंदिरा डैम पुल पर लावारिश हालत में मिला था। जिसे चिनहट पुलिस ने जब्त किया था। लेकिन बाइक में मील कागजात के आधार पर पता चलने पर गोसाईंगंज पुलिस को सुपुर्द कर दिया था। वही मोबाइल से कॉल डिटेल डिलीट होने की जानकारी होने के बाद किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए युवक के परिजनों ने गोसाईगंज थाने पर युवक की गुमशुदगी दर्ज कराई।
घरवालों का आरोप है कि पुलिस युवक का पता लगाने के बजाए प्रार्थना पत्र लेकर शांत बैठ गई। वहीं गुरुवार देर रात बाराबंकी के लोनी कटरा थानांतर्गत खैरा कनकू गांव के पास नहर किनारे झाडियो में एक युवक का शव फंसा मिला। सूचना पर लोनी कटरा थाने की पुलिस मौके पर पहुँची। जिसकी शिनाख्त मलौली गांव निवासी गुमशुदा अंकित कुमार (19) के रूप में की साथ ही इसकी सूचना गोसाईगंज पुलिस को भी दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा साथ ही इसकी सूचना मृतक के परिजनों को भी दी गई। वही गोसाईंगंज पुलिस पर मुकदमा न दर्ज कर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए। ग्रामीणों का शव को मलौली मोड़ के पास लखनऊ-सुल्तानपुर हाइवे पर रखकर जाम लगा दिया। वहीं मृतक के भाई अमित ने क्षेत्र के ही भटानी का पुरवा गांव निवासी युवती लक्ष्मी यादव पुत्री स्व. गंगाराम व उसके भाई चन्द्रकांत उनके साथियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए गोसाईगंज थाने पर तहरीर दी है।
प्राइवेट पार्ट सहित एक आँख व जुबान भी गायब थी अंकित की
ग्रामीणों ने बताया कि जब अंकित का शव नहर से निकाला गया। तो उसकी एक आँख नही थी। सर से खून बहा था। उसके मुंह मे कपड़ा ठूसा था। जिसे निकालने पर देखा गया तो उसकी जुबान भी कटी थी। ग्रामीणों का आरोप था कि उसे इतनी बेहरहमी से मारा गया और पुलिस कह रही है कि उसने आत्महत्या की है। पुलिस की इस बयानबाजी से आक्रोशित ग्रामीणों ने मलौली पुलिया के पास शव रख कर हाइवे जाम कर दिया।
छह घंटे रहा हाइवे जाम, एसओ व हल्का इंचार्ज को सस्पेंड किये जाने के आश्वसन के बाद खुला जाम
ग्रामीण ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते कहा कि पुलिस को अंकित के मोबाइल फोन से सारे नंबर डिलीट मिले थे। तभी परिजन उसकी साथ किसी अनहोनी की आशंका जता रहे है लेकिन पुलिस उनकी बात सुनने को तैयार ही नही थी। आक्रोश ग्रामीणों ने पुलिस से पीड़ित परिजनों को15 लाख रुपए के मुआवजे कि मांग की है। साथ ही परिजनों व ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष गोसाईगंज बलवंत शाही व हल्का इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग की।को हटाने की भी मांग की। इस पर पुलिसअधीक्षक ग्रामीण डॉ. गौरव ग्रोवर ने 12 घंटे में एसओ व हल्का इंचार्ज को सस्पेंड करने का आश्वसन दिया। साथ ही उपजिलाधिकारी मोहनलालगंज संतोष कुमार सिंह ने 15 लाख का मुवाबजा दिलाए जाने तथा मामले की जांच कर आरोपियों को जेल भेजे जाने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ। तब कही छह घंटे बाद हाइवे पर आवागमन सामान्य हो सका।