लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश की चार दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर पुष्पगुच्छ देकर राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति कोविंद हवाई अड्डे से सीधे राजभवन के लिए रवाना हुए।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति कोविंद का 26 से 29 अगस्त के बीच लखनऊ, गोरखपुर और अयोध्या में होने वाले कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। इस दौरान वे सपरिवार अयोध्या में रामलला के दर्शन भी करेंगे। उनके दौरे को देखते हुए इन स्थानों पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए गए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सपरिवार लखनऊ राजभवन में प्रवास करेंगे। वह 29 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भी जाएंगे। इस दौरान वह सपरिवार श्रीराम लला तथा हनुमान गढ़ी का दर्शन करेंगे। ऐसा करने वाले वह देश के पहले राष्ट्रपति होंगे।
राष्ट्रपति कोविंद लखनऊ में आज गुरुवार को सायं 4 बजे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे। दीक्षांत समारोह ‘भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह’ में आयोजित है। अगले दिन 27 अगस्त को वह सरोजनीनगर स्थित कैप्टन मनोज कुमार पांडे यूपी सैनिक स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। वर्ष 1960 में स्थापित सैनिक स्कूल के संस्थापक तत्कालीन मुख्यमंत्री संपूणार्नंद की आदमकद प्रतिमा का राष्ट्रपति अनावरण करेंगे। वे एक हजार लोगों की क्षमता वाले सम्पूर्णांनन्द ऑडिटोरियम का उद्घाटन भी करेंगे।
राष्ट्रपति सैनिक स्कूल में गर्ल्स हॉस्टल के अलावा प्रशासनिक भवन,कैडेट मेस का भी शिलान्यास करेंगे। राष्ट्रपति 28 अगस्त को गोरखपुर जायेंगे, जहां वह प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। वह गोरखनाथ विश्वविद्यालय का भी लोकार्पण करेंगे, जिसके बाद वह लखनऊ लौट आयेंगे।
अगले दिन यानी 29 अगस्त की सुबह लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से सुबह 9:10 पर प्रेसीडेंशियल ट्रेन के जरिए अयोध्या रवाना होंगे। ट्रेन से वह सुबह 11:30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे, जहां भगवान श्री राम के दर्शन करने के साथ ही वह कई उद्घाटन और शिलान्यास के कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो महीने पहले भी उप्र के दौरे पर थे। दो महीने के भीतर ये उनकी लखनऊ की दूसरी यात्रा है। वे 25 जून को दिल्ली के सफदरजंग से कानपुर, प्रेसिडेंशियल ट्रेन से आए थे। वह इसी ट्रेन से अपने पैतृक गांव झिंझक भी गए थे। इसके बाद प्रेसिडेंशियल ट्रेन से ही वो लखनऊ भी पहुंचे थे।