लखनऊ। यस बैंक ने देश भर की अपनी शाखाओं में जनता के धन का दुरुपयोग करने की शिकायत को लेकर सीबीआई लख़नऊ, एनसीआर समेत 14 शहरों में छापेमारी कर रही हैं। अवंता समूह के संस्थापक अरबपति गौतम थापर और अन्य के खिलाफ यस बैंक को 466.51 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कर लिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद दिल्ली-एनसीआर में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी भी शुरू कर दी है। बुधवार को सीबीआई की 16 टीम ने बैंक की शाखाओं में फर्जी दस्तावेज बनाने और रुपए गबन की जांच शुरू की।
सीबीआई को यह शिकायत मिली थी कि यस बैंक की विभिन्न शाखाओं 466.51 करोड़ (लगभग) 2017 से 19 के दो साल में जनता के रुपए में दुरुपयोग कर गबन किया गया हैं। सीबीआई की टीम इस मामले की जांच के लिए बैंक की शाखाओं में छापेमारी कर दस्तावेज की जांच कर रही हैं।
डिजिटल एडिवेंस खंगाल रही CBI
सीबीआई बैंक में डिजिटल एविडेंस जुटाने में लगी है। सीबीआई ने 60 वर्षीय थापर के साथ रघुबीर कुमार शर्मा, राजेंद्र कुमार मंगल, तापसी महाजन और उनकी कंपनियों मेसर्स ऑयस्टर बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड, अवंता रियलिटी प्राइवेट लिमिटेड और झाबुआ पावर लिमिटेड के अज्ञात अधिकारियों के नाम को भी इस केस में शामिल किया है।
आरोपियों और उनकी कंपनियों ने यस बैंक से भारी कर्ज लिया और समय के साथ भुगतान न करने के कारण उनके खाते एनपीए या नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स में बदल गए। फोरेंसिक ऑडिट में धन की हेराफेरी का खुलासा हुआ है। इसके तुरंत बाद, यस बैंक ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई।
आरोपियों पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और जालसाजी का आरोप लगाया गया है। सीबीआई की 16 टीमें दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, सिकंदराबाद और कोलकाता सहित 14 स्थानों पर जांच कर रही हैं।