लखीमपुर खीरी। जिले में योगी सरकार ने शराब माफिया पर कार्रवाई की गई। तहसील प्रशासन और धौरहरा पुलिस ने शराब माफिया की अवैध शराब के कारोबार से अर्जित की गई सम्पति को कुर्क कर सील कर दिया है। जिसकी कीमत करीब एक करोड़ पांच लाख तैतीस हजार रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने सम्पत्ति सील कर वार्ड के सभासद के सुपुर्द कर दिया। गैंगेस्टर एक्ट में निरुद्ध मिश्रीलाल के मकान और चार दुकानों सहित अपराध से अर्जित एक करोड़ से अधिक की सम्पत्ति जब्त की है। वर्तमान में शराब माफिया अपने दोनों पुत्रों सहित जेल में बंद है।
शनिवार को कस्बा धौरहरा के मोहल्ला कोरियन टोला मनिहार वार्ड निवासी मिश्री लाल पुत्र पुत्तूलाल, रोहित व शोभित पुत्र गण मिश्री लाल गैंगस्टर एक्ट व शराब माफिया के एक पक्के मकान को प्रसासन ने जप्त करते हुए उसके सामने जब्ती बोर्ड लगा दिया।
प्रभारी निरीक्षक विद्या सागर पाल ने बताया कि कोतवाली व कस्बा धौरहरा निवासी अभियुक्त मिश्रीलाल जो थाना रिकॉर्ड में दुराचारी है व शराब का माफिया है जिसके विरुद्ध थाना स्थानीय पर 33 मुकदमे दर्ज हैं। अभियुक्त रोहित के खिलाफ चार मुकदमे व अभियुक्त शोभित के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं जो शराब माफिया है। शराब के अवैध कारोबार से एक पक्का मकान अर्जित किया गया। जिसकी कीमत करीब एक करोड़ पांच लाख तैतीस हजार रुपए है।
जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर सीओ धौरहरा कुलदीप कुकरेती, तहसीलदार धौरहरा अनिल कुमार यादव, प्रभारी निरीक्षक विद्यासागर पाल ने सील कर दिया। मकान सीज कर वार्ड के सभासद सलीम के सुपुर्द कर दिया गया है। मकान के सामने जब्ती बोर्ड लगा दिया गया है। तहसीलदार धौरहरा अनिल कुमार यादव ने बताया जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर शराब माफिया व गैंगस्टर अभियुक्त की सम्पत्ति कुर्क की गई है।
सीओ कुलदीप कुकरैती ने बताया कि गैगेस्टर मिश्रीलाल अवैध कच्ची शराब का कारोबारी था। जिस पर गैगेस्टर एक्ट, लूट और डैकती सहित 33 अपराधिक मामले दर्ज हैं। मिश्रीलाल और उसके दोनों बेटे शोभित व मोहित टाप टेन अपराधी हैं। जो वर्तमान समय में जेल में हैं।
दहशत के चलते कोई मुंह नहीं खोलता था मिश्री के खिलाफ
धौरहरा क्षेत्र में कच्ची शराब के कारोबार में मिश्रीलाल का एक छत्र राज्य था। अरसे से अलग अलग जगहों पर उसकी दर्जनों भट्ठियां धधक रही थीं। मिश्रीलाल ने पूरे क्षेत्र में कच्ची शराब बनाकर बेचने का मजबूत नेटवर्क बना रखा था। जिन इलाकों में मिश्री की शराब का कारोबार चलता था। वहां उसने भारी दहशत कायम कर रखी थी।
लोग मिश्री के डर की वजह से उसके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे। मिश्री ने कच्ची शराब के कारोबार के अलावा लूट और डकैती की भी घटनाओं को अंजाम दिया। मिश्री ने अपराध की दुनिया में अपने बेटों को भी शामिल कर लिया। खुद जेल गया तो मिश्री बेटों को भी साथ ले गया। योगी सरकार ने अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए सम्पत्ति जब्ती की कार्रवाई शुरू की तो मिश्री भी कार्रवाई की जद में आ गया। शनिवार को राजस्व और पुलिस की टीम ने मिश्री के अपराधों का साम्राज्य पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।