लद्दाख। चीन से ताजा तनाव के बीच आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लगातार दूसरे दिन लेह के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर हालात थोड़े नाजुक और गंभीर हैं। इसलिए हमने एहतियात के तौर पर जवान तैनात किए हैं, ताकि अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सकें। हमारे जवानों का मनोबल ऊंचा है, वे हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।
‘हमारे जवान दुनिया में सबसे बेहतर’
आर्मी चीफ ने कहा, “मैंने कई इलाकों का दौरा किया। अफसरों से बात कर तैयारियों का जायजा भी लिया। मैं फिर कहूंगा कि हमारे अफसर और जवान दुनिया में सबसे बेहतर हैं। वे न सिर्फ आर्मी का बल्कि देश गौरव भी बढ़ाएंगे।”
‘बातचीत से विवाद सुलझाने का भरोसा’
जनरल नरवणे ने बताया कि पिछले 2-3 महीनों से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन हम चीन के साथ मिलिट्री और डिप्लोमेटिक लेवल पर लगातार बातचीत कर रहे हैं। यह प्रोसेस आगे भी जारी रहेगा। हमें भरोसा है कि बातचीत से विवाद सुलझा लेंगे। यह तय करेंगे कि एलएसी पर यथास्थिति बनी रहे।
चीन ने 29-30 अगस्त की रात पैंगॉन्ग इलाके में कब्जे की कोशिश की थी
पैंगॉन्ग झील के दक्षिण छोर पर स्थित एक पहाड़ी पर चीन ने कब्जे की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय जवानों ने नाकाम कर दी। उसके बाद 31 अगस्त को चीन ने उकसावे की कार्रवाई की और 1 सितंबर को फिर से घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन चीन हर बार नाकाम रहा। इस बीच भारतीय सेना ने विवादित इलाके में कब्जा करते हुए अपना दबदबा बना लिया।