नई दिल्ली। भारत ने सोमवार को पाकिस्तानी उच्चायोग से लाहौर में एक गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने के कट्टरपंथियों के प्रयासों को लेकर अपना सख्त विरोध दर्ज कराया है। हाल ही में वहां हुए घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत ने पाकिस्तान से तुरंत मामले की जांच कराने और सुधारात्मक उपाय करने को कहा है।
पाकिस्तान के लाहौर शहर के नौलखा बाजार में स्थित भाई तारू सिंह के शहीदी स्थल पर बने गुरुद्वारे पर एक स्थानीय मौलवी ने कब्जा करने की कोशिश की और पाकिस्तान को इस्लामिक देश बताते हुए स्थानीय सिखों को धमकी दी है। कुछ लोगों के साथ मिलकर उसने वहां तोड़-फोड़ भी की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने सोमवार को मीडिया के एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि गुरुद्वारा शहीद अस्थान भाई तारू जी का अपना एक इतिहास है। भाई तारू सिंह ने यहां 1 जुलाई 1745 में शहीदी दी थी। यह सिखों का एक पवित्र स्थान है। पाकिस्तान में हुए घटनाक्रम को लेकर भारत में रोष का महौल है और वहां रह रहे अल्पसंख्यकों को न्याय दिलाने की अपील की जा रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से कहा गया है कि वह अपने यहां रह रहे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व कुशलता का ख्याल रखे और उनकी धार्मिक अधिकारों व इतिहास का संरक्षण करे।