लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को उपद्रवियों ने तोड़ा

लाहौर। पाकिस्तान के लाहौर में 19वीं सदी के शासक महाराजा रणजीत सिंह की नौ फीट ऊंची एक प्रतिमा को कुछ उपद्रवियों ने तोड़ दिया। लाहौर के हरबंसपुरा निवासी जहीर नामक युवक को गिरफ्तार किया है।
बताया जाता है कि यह उपद्रवी पाकिस्तान में कुछ कट्टरपंथियों के भाषणों से परेशान थे। हालांकि इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने पाकिस्तान के लाहौर के हरबंसपुरा निवासी जहीर नामक युवक को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार आरोपित ने अपने साथियों संग मूर्ति को खंडित करने की बात कबूल की है, जिसे लाहौर के रॉयल फोर्ट में रखा गया है।
इससे पहले अगस्त, 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निष्क्रिय करने और दो केंद्र शासित प्रदेशों बनने से नाराज दो उपद्रवियों (अदनान मुगल और असद) ने मूर्ति तोड़ने का प्रयास किया था।
उल्लेखनीय है कि शेर-ए-पंजाब के रूप में लोकप्रिय महाराजा रणजीत सिंह का शासन उन्नीसवीं शताब्दी के शुरुआती दौर में पंजाब क्षेत्र के आधे हिस्से में सिख साम्राज्य पर हावी था। सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह का निधन 1839 में हुआ था।
इसके बाद उनकी नौ फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण उनकी जीवनशैली की एक सौ अठारहवीं वर्षगांठ पर जून, 2019 में किया गया था। कांस्य से निर्मित इस प्रतिमा को फकीर खाना संग्रहालय के संचालन के नीचे देशी कलाकारों ने बनाया गया है जो एक घोड़े पर तलवार लेकर बैठे सम्राट को प्रदर्शित करती है।
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