कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक लैब टेक्नीशियन की अपहरण के बाद हत्या मामले में मृतक के पिता चमन सिंह ने बेटे का शव न सौंपे जाने पर अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने की धमकी दी है। इस मामले ने पुलिस महकमे पर भी सवाल खड़ा कर दिया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने 22 जून को संजीत यादव को फिरौती के लिए अगवा किया था और फिर 26-27 जून को उसकी हत्या कर दी थी। अपराधियों ने कहा कि उन्होंने संजीत का शव पांडु नदी में फेंक दिया था। कानपुर पुलिस 23 जुलाई से ही संजीत के शव का पता लगाने की कोशिश कर रही है, लेकिन उन्हें इस मामले में सफलता नहीं मिली है।
चमन सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वह और उनका परिवार पहले अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की कोशिश करेंगे। सिंह ने कहा, अगर मुख्यमंत्री से मिलने के बाद भी हमें न्याय नहीं मिला तो हम लखनऊ में विधानसभा के सामने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर लेंगे। चमन सिंह ने आगे कहा, सिर्फ शरीर ही नहीं, पुलिस ने उसके एटीएम कार्ड सहित अन्य सामान भी बरामद नहीं किए हैं। पुलिस ने सिर्फ उसकी बाइक बरामद की है।
बीते 22 जून को संजीत का अपहरण कर लिया गया था। बाद में अपहर्ताओं ने परिवार से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने परिवार को पैसे की व्यवस्था करने कहा था। पुलिस का कहना था कि फिरौती की रकम लेने आने पर वे अपहर्ताओं को पकड़ लेंगे। परिवार ने पुलिस की मौजूदगी में निर्देश के अनुसार एक फ्लाईओवर के ऊपर से पैसे भरे बैग को एक सड़क पर फेंक दिया, लेकिन इससे पहले की पुलिस उन्हें पकड़ पाती अपहर्ता बैग लेकर भाग गए।
संजीत की मां और बहन ने कहा कि उन्होंने फिरौती की रकम की व्यवस्था करने के लिए गहने और संपत्ति बेच दी थी। इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि मुख्यमंत्री योगी ने कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु को स्थानांतरित कर दिया, जबकि चार अन्य को निलंबित कर दिया गया।