नई दिल्ली। लॉकडाउन 4.0 में ढील के बीच देश में पेट्रोल, डीजल की मांग में सुधार दिख रहा है। गौरतलब है कि कोविड-19 की महामारी और देश में जारी लॉकडाउन की वजह से अप्रैल में तेल की मांग में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई, लेकिन मई में लॉकडाउन की शर्तों में कुछ ढील मिलने के बाद सुधार दिखने लगा है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के मुताबिक मई के पहले पखवाड़े में ईंधन की मांग बढ़ी है। हालांकि, 4.0 के दूसरे दिन मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बढ़ोतरी की खबर नहीं है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल क्रमश: 71.26 रुपये, 73.30 रुपये, 76.31 रुपये और 75.54 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है। वहीं, चारों महानगर में डीजल क्रमश: 69.39 रुपये, 65.62 रुपये, 66.21 रुपये और 68.22 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि सरकारी क्षेत्र की तेल कंपनियों के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक मई के पहले पखवाड़े में डीजल की खपत अप्रैल 2020 की इसी अवधि की तुलना में 75 फीसदी बढ़कर 19.30 लाख टन पर पहुंच गई। इसी तरह पेट्रोल की बिक्री इसी अवधि में 72 फीसदी बढ़कर 5.75 लाख टन हो गई। वहीं, विमान ईंधन की मांग करीब दोगुनी होकर 39 हजार टन पर पहुंच गई है।
हालांकि, मई 2019 से यदि इस साल मई के आंकड़ों की तुलना की जाए तो खपत लगभग आधी है। मई 2019 से यदि इस साल मई के आंकड़ों की तुलना की जाती है तो खपत में कमी है। वहीं, एक साल पूर्व मई के पहले पखवाड़े में 11 लाख टन पेट्रोल की बिक्री हुई थी, जो कि इस साल 5.75 लाख टन रही है। इस प्रकार इसमें 47.5 फीसदी की कमी आई है। वहीं, डीजल की बिक्री इस अवधि में 37.5 फीसदी घटी है।
इसके अलावा विमान ईंधन की बात की जाए, तो पिछले साल मई के मुकाबले में इस साल मई महीने में विमान ईंधन की बिक्री में 87.5 फीसदी कम हुई है। वहीं, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर ही एकमात्र ऐसा ईंधन रहा है, जिसकी बिक्री मई महीने के पहले पखवाड़े में 24 फीसदी बढ़कर 12 लाख टन पर पहुंच गई, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 9.65 लाख टन रही थी।