-ब्यूरो
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ एक साल का ही समय बचा हुआ है। बीजेपी, कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दलों के अलावा सपा, टीएमसी जैसे क्षेत्रीय दल भी पूरी तैयारी में जुट गए हैं। ज्यादातर की नजरें यूपी पर हैं। दरअसल, 8० सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 2०14 के बाद से ही तमाम चुनावों में भाजपा गठबंधन को अन्य दलों के मुकाबले भारी बढ़त मिलती रही है। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सीधा मुकाबला बीजेपी गठबंधन, सपा, बसपा के बीच है। अब लोकसभा चुनाव से संबंधित एक सर्वे सामने आया है, जिसमें यूपी को लेकर चौंकाने वाले नतीजे सामने आए।
सर्वे में यूपी की सभी 4०3 विधानसभा सीटों में 8० हजार से ज्यादा वोटरों की राय ली गई। सर्वे में सामने आया कि 8० सीटों में बीजेपी गठबंधन को 67-73 सीटों पर जीत मिल सकती है, जबकि सपा गठबंधन को तीन से छह, बसपा को शून्य से चार और कांग्रेस को एक से दो सीटों पर जीत मिलने की संभावना है।
वोट फीसदी की बात करें तो बीजेपी गठबंधन को 63 फीसदी, सपा गठबंधन को 19 फीसदी, बसपा को 11 फीसदी और कांग्रेस को चार फीसदी वोट मिल सकता है। अन्य के खाते में तीन फीसदी वोट जाने की संभावना है।
यूपी में साल 2०14 के बाद से ही बीजेपी का ग्राफ बढ़ता रहा है। दो लोकसभा चुनावों और दो विधानसभा चुनावों में पार्टी को बड़ी जीत मिली है। पिछले 2०22 विधानसभा चुनाव में भले ही भाजपा को बहुमत हासिल हुआ हो, लेकिन वोटिग से पहले सपा ने कड़ी टक्कर दी थी। इसी वजह से सपा की सीटों में भी इजाफा देखा गया था।
इसके अलावा, कई लोग मान रहे थे कि पिछले नौ सालों से सत्ता में होने के चलते बीजेपी के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी भी हो सकती है, लेकिन चुनावी सर्वे में इससे उलट बात सामने आई है। बीजेपी का वोट फीसदी 63 तक पहुंचता दिख रहा है।
पिछले लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा गठबंधन को 64 सीटों पर जीत मिली थी। दस सीटों पर बसपा ने जीत हासिल की थी, जबकि सपा और आरएलडी गठबंधन को पांच सीटों से संतोष करना पड़ा था। इसके अलावा, कांग्रेस को रायबरेली सीट पर जीत हासिल हो सकी थी। उस समय बीजेपी को 43.8 फीसदी वोट मिले थे, सपा को 36.7 फीसदी, बसपा को 12.9 फीसदी और कांग्रेस को 2.3 फीसदी वोट हासिल हुए थे। वहीं, भाजपा को अकेले दमपर लगातार दूसरी बार बहुमत मिला था।