ओम बिरला लोकसभा के स्पीकर चुने गए हैं। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनि मत से उन्हें विजयी घोषित किया गया। पीएम नरेंद्र मोदी नए स्पीकर को आसंदी तक छोड़ने आए।
इससे पहले पीएम मोदी ने ही उनके नाम का प्रस्ताव रखा था।
बता दें कि कांग्रेस ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग की थी, इसका जवाब नहीं मिलने पर विपक्ष ने स्पीकर के लिए अपना प्रत्याशी उतारा है। प्रोटेम स्पीकर सदन में मतदान कराएंगे। भाजपा-कांग्रेस ने सांसदों को व्हिप भी जारी कर दिया।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने दावा किया कि विपक्ष के कई सांसद NDA कैंडिडेट वोट देंगे।
बता दें कि कांग्रेस ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग की थी, इसका जवाब नहीं मिलने पर विपक्ष ने स्पीकर के लिए अपना प्रत्याशी उतारा है। प्रोटेम स्पीकर सदन में मतदान कराएंगे। भाजपा-कांग्रेस ने सांसदों को व्हिप भी जारी कर दिया।
संख्याबल में पलड़ा NDA का भारी है। लोकसभा में 293 सांसदों वाले NDA के पास स्पष्ट बहुमत है। I.N.D.I.A ब्लॉक के पास 233 सांसद हैं। 16 अन्य सांसद हैं। चुनाव संसद में मौजूद सदस्यों के साधारण बहुमत से होता है।
के. सुरेश को प्रत्याशी बनाए जाने पर TMC नाराज है, उसका कहना है कि हमें भरोसे में लिया बिना प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल गांधी ने TMC प्रमुख ममता बनर्जी से फोन पर बात करके उन्हें मना लिया है।
ऐसे में ओम बिरला स्पीकर पद के करीब माने जा रहे हैं। अगर बिरला जीते, तो वे दूसरी बार स्पीकर बनने वाले पहले भाजपा नेता होंगे। इससे पहले कांग्रेस के बलराम जाखड़ लगातार दो बार स्पीकर रहे हैं।
मोदी ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा
पीएम मोदी ने स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम का समर्थन रखा। राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह, अमित शाह समेत कई नेताओं ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
पर्चियों से होगी वोटिंग
लोकसभा स्पीकर का चुनाव होना है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर विपक्ष इस चुनाव के दौरान मत विभाजन पर जोर देता है तो वोटिंग कागज की पर्चियों के जरिए की जाएगी, क्योंकि नए सदन में सदस्यों को अब तक सीटें आवंटित नहीं गई हैं। ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले सिस्टम का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
संविधान विशेषज्ञ और पूर्व लोकसभा सचिव जनरल पी डी टी आचार्य ने PTI को बताया कि अगर अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव सदन में ध्वनि मत से स्वीकृत हो जाता है, तो अध्यक्षता करने वाला अधिकारी घोषित करेगा कि सदस्य को सदन का अध्यक्ष चुना गया है। वह बाद के प्रस्ताव को वोट के लिए नहीं रखेगा। लेकिन अगर विपक्ष वोटों के विभाजन की मांग करता है, तो सदन के कर्मचारी सांसदों को पर्चियां बांटेंगे और इन पर्चियों के जरिए वोटिंग की जाएगी।
विशेषज्ञ ने कहा कि 18वीं लोकसभा के सदस्यों को नई संसद में सीटें आवंटित नहीं की गई हैं, इसलिए इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले सिस्टम का उपयोग नहीं किया जा सकता है। कागजी पर्चियों का उपयोग होने के कारण, परिणाम आने में कुछ समय लगेगा।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा- लोकसभा का अध्यक्ष किसी खास पार्टी का नहीं होता। वह पूरे सदन का होता है। परंपरा है कि अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुना जाना चाहिए। विपक्ष के हठ के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। उनके पास पर्याप्त संख्या नहीं है। हम लोग इस बात को भी मानते हैं कि उनकी तरफ के लोग भी हमारे पक्ष में मतदान करेंगे जो इस सोच के खिलाफ है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा- हमारे पास संख्या है, लेकिन यह संख्या का सवाल नहीं है। स्पीकर को सदन को निष्पक्ष रूप से चलाना होता है। इस संदर्भ में हम सभी के लिए बेहतर है कि हम स्पीकर को सर्वसम्मति से चुनें। हमारे पास अभी भी समय है और हम कांग्रेस से एक और अपील करेंगे, लेकिन अगर हमें चुनाव में धकेला गया तो हम तैयार हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने TMC प्रमुख ममता बनर्जी से फोन पर बात की है। दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। स्पीकर चुनाव के लिए कांग्रेस ने के. सुरेश के नाम का ऐलान किया था, जिससे ममता नाराज थीं। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी से चर्चा किए बिना प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए I.N.D.I.A ब्लॉक के प्रत्याशी कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा- संख्या कोई मुद्दा नहीं है, मुद्दा परंपरा है। NDA ने परंपरा को तोड़ा है। इसीलिए हम चुनाव लड़ रहे हैं।
संसद सत्र के दूसरे दिन भी सांसदों को शपथ दिलाई गई। अब तक 535 (कुल 542) सदस्यों ने लोकसभा की सदस्यता ली। 7 सांसद शपथ नहीं ले सके। इनमें TMC के शत्रुघ्न सिन्हा, दीपक अधिकारी, शेख नुरुल इस्लाम, सपा के अफजल अंसारी, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, निर्दलीय अमृतपाल सिंह और शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद शामिल हैं।
अमृतपाल और राशिद फिलहाल जेल में हैं। अगर इन सांसदों ने 26 जून को शपथ नहीं ली तो ये स्पीकर के चुनाव में वोटिंग नहीं कर पाएंगे।
सांसदों के शपथ के दौरान राहुल गांधी ने जय हिन्द और जय संविधान का नारा लगाया। हैदराबाद से AIMIM के सांसद ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया। वहीं बरेली से भाजपा सांसद छत्रपाल गंगवार ने हिन्दू राष्ट्र की जय का नारा लगाया। अयोध्या से सपा सांसद अवधेश राय ने शपथ ली तो जय अयोध्या, जय अवधेश के नारे लगे। चर्चा मणिपुर को लेकर भी रही।