नई दिल्ली। भारत मे इन दिनों लॉक डाउन चल रहा है। सारी खेल गतिविधि भारत ही नही विदेशो में भी बंद है। इसलिए क्रिकेट टीम के चीफ सिलेक्टर सुनील जोशी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को नए सीजन की शुरुआत टी-20 से करने का सुझाव दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दिनों नेशनल सिलेक्शन कमेटी कीबैठक हुई थी। इसमें जोशी ने यह प्रस्ताव दिया था। अगर बोर्ड इस पर सहमत होता है तो आमतौर पर अगस्त में शुरू होने वाले नए सीजन का आगाज सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट से हो सकता है।
सिलेक्शन कमेटी के मुताबिक, इससे खिलाड़ी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए तैयार हो सकेंगे। इस साल ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में यह टूर्नामेंट खेला जाना है। वहीं, खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग की तैयारी का भी मौका मिल जाएगा। हालांकि, अभी आईपीएल का शेड्यूल तय नहीं हुआ है। लेकिन मौजूदा हालात, फ्यूचर टूर प्रोग्राम को देखते हुए लीग के सितंबर-अक्टूबर में होने की उम्मीद है।
ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने को प्राथमिकता नहीं देते हैं। लेकिन मौजूदा हालात में उन्हें इसके जरिए प्रैक्टिस का मौका मिलेगा। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी से पहले विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे कई बड़े खिलाड़ी अपनी घरेलू टीमों की तरफ से उतर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो विराट 2013 के बाद पहली बार दिल्ली की तरफ से खेलते नजर आ सकते हैं।
कोहली पिछली बार 2013 में एनकेपी चैलेंजर ट्रॉफी में दिल्ली की तरफ से खेले थे। वहीं, 9 महीने से क्रिकेट से दूर महेंद्र सिंह धोनी भी आईपीएल से पहले टी-20 क्रिकेट खेल सकते हैं।
अगर बीसीसीआई सिलेक्शन कमेटी के सुझाव मान लेती है तो उसे घरेलू टी-20 लीग के आयोजन में परेशानी नहीं होगी। क्योंकि लीग के सभी मैच लाइव नहीं दिखाए जाते। ऐसे में खाली स्टेडियम में इस टूर्नामेंट को कराने में बोर्ड को कोई परेशानी भी नहीं होगी।हालांकि, घरेलू टी-20 लीग को लेकर आए सुझाव और आईपीएल के भविष्य पर बोर्ड 17 मई के बाद ही कोई फैसला लेगा। इसी दिन लॉकडाउन-3 की मियाद खत्म हो रही है।
बता दें कि पिछले साल अगस्त में 2019-20 सीजन की शुरुआत दिलीप ट्रॉफी से हुई थी। सितंबर-अक्टूबर में विजय हजारे और नवंबर में देवधर ट्रॉफी खेली गई। इसके बाद सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट हुआ। इसी साल मार्च में रणजी ट्रॉफी का फाइनल हुआ। हालांकि, कोरोना की वजह से ईरानी कप नहीं खेला जा सका। इसमें रणजी ट्रॉफी चैम्पियन सौराष्ट्र और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच मुकाबला होना था।