वाराणसी। तिरंगा यात्रा में शामिल होने गुरूवार को वाराणसी आ रहे आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद और यूपी के प्रभारी संजय सिंह को पुलिस ने गणेशपुर तरना के पास रोक हिरासत में ले लिया। इस दौरान संजय सिंह की पुलिस अफसरों से जमकर नोकझोक हुईं। अफसरों ने बताया कि आप के तिरंगा यात्रा को जिला प्रशासन से अनुमति नहीं मिली है। संजय सिंह को रोके जाने पर पार्टी के कार्यकर्ता सोशल मीडिया के जरिये सुबह से ही आक्रोश जता रहे हैं।
सांसद संजय सिंह कचहरी से लहुराबीर के बीच पार्टी की ओर से आयोजित तिरंगा यात्रा का नेतृत्व करने आज सुबह एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट से शहर के लिए संजय सिंह वाहनों के काफिले में रवाना हुए। उनका काफिला जैसे ही गणेशपुर तरना पहुंचा कमिश्नरेट पुलिस ने उन्हें रोक सुरक्षा कारणों से हिरासत में ले लिया। इस दौरान संजय सिंह की पुलिस अफसरों से जमकर नोकझोक हुई। संजय सिंह हिरासत में लेने का आदेश की प्रति दिखाने की बात करते रहे।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में हर पार्टी रैली कर रही है। किसी को भी आने से नहीं रोका गया। मुझे किस कानून के तहत रोका जा रहा है। मैं कहां जा रहा हूं, किसी काम से आया हूं, इससे पुलिस को कोई मतलब नहीं होना चाहिए। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर राज्य सभा के सभापति को भी इसकी जानकारी दी।
उन्होंने लिखा सभापति जी मुझे गैरकानूनी ढंग से वाराणसी शिवपुर में भारी पुलिस बल के साथ रोका गया है। मेरे साथ कोई भी घटना घटित हो सकती है। कृपया तत्काल हस्तक्षेप करें। उधर पार्टी के स्थानीय नेताओं को तिरंगा यात्रा में शामिल होने के पहले ही पुलिस ने उनके घर में ही रोक दिया। कार्यकर्ता सोशल मीडिया के जरिये बताते रहे कि पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है।
बताते चले, आम आदमी पार्टी के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को वाराणसी के कचहरी स्थित आंबेडकर पार्क से मलदहिया स्थित सरदार पटेल प्रतिमा स्थल तक तिरंगा यात्रा निकाली जानी थी। पार्टी की इस यात्रा को वाराणसी कमिश्नरेट प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इसके साथ ही आयोजन से जुड़े लोगों को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 149 के तहत नोटिस देकर कहा गया है कि अगर वह यात्रा में शामिल होंगे तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
उधर, संजय सिंह को पुलिस द्वारा रोके जाने से नाराज पार्टी के कार्यकर्ता गणेशपुर तरना की ओर रवाना हो गए हैं। वहीं, मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस बल की संख्या गणेशपुर तरना में बढ़ा दी गई है। इस संबंध में अफसरों का कहना है कि जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर सार्वजनिक स्थल पर कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता है।