वार-पलटवार : कोटा से यूपी के छात्रों की ‘घर वापसी’ पर सियासत गर्माई

जयपुर। कोटा में लॉकडाउन के दौरान फंसे उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों की ‘घर वापसी’ के लिए यूपी सरकार की ओर से भेजी गई बसों के भुगतान पर शुक्रवार को ट्विटर पर सियासत गर्मा गई। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के एक ट्वीट में इस मसले पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और राजस्थान सरकार को कटघरे में खड़ा किया तो प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उनके आरोपों को खंडन करते हुए उनके सवालों को जवाब दिया। इस मसले में परिवहन मंत्री खाचरियावास के साथ उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी आक्रामक मुद्रा में आ गए। दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी सरकार के साथ इस मसले पर भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया।
सियासत की यह नई लड़ाई लॉकडाउन के दौरान राजस्थान की कोचिंग सिटी कोटा में अध्ययन कर रहे उत्तरप्रदेश के विद्यार्थियों की घरवापसी के दौरान शुरु हुई। उसी मसले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर प्रियंका गांधी व राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर अंगुली उठाई। पात्रा ने 19 लाख रुपये के चेक और बिल की तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि कोटा से उत्तर प्रदेश के स्टूडेंट्स को वापस लाते समय यूपी की कुछ बसों को डीज़ल की आवश्यकता पड़ गई, दया छोडि़ए। आधी रात को दफ़्तर खुलवा कर प्रियंका वाड्रा की राजस्थान सरकार ने यूपी सरकार से पहले 19 लाख रुपए लिए और उसके बाद बसों को रवाना होने दिया, वाह रे मदद।
पात्रा ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कोटा में यूपी के 10 हजार छात्र फंसे हुए थे। उन्हें लाने के लिए योगी सरकार ने 560 बसें भेजीं। मालूम पड़ा कि 12 हजार बच्चे हैं तो यूपी सरकार ने राजस्थान से फतेहपुर सीकरी व झांसी सीमा तक 70 बसों की सहायता ली। प्रियंका वाड्रा की राजस्थान सरकार ने आज 36 लाख का बिल भेजा है वाह रे मदद-दोगली कांग्रेस।
पात्रा के ट्वीट का सबसे पहले राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी ट्वीट से जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि पात्रा झूठ बोल रहे हैं, यह जिन पैसों की आप वे कर रहे हैं, ये तब की बात है जब राज्य पथ परिवहन उत्तर प्रदेश की बसें जब राजस्थान आई तब उत्तर प्रदेश के परिवहन अधिकारियों ने राजस्थान परिवहन के अधिकारियों से निवेदन किया था और फिर हमने उनकी बसों में डीज़ल डलवाया था। खाचरियावास ने यूपी के परिवहन विभाग की एक चिट्टी ट्वीट कर लिखा कि यह उस डीज़ल के पैसे की आप बात कर रहे है। झूठ और फरेब की राजनीति आप बंद करो ओर शर्म करो। मंत्री खाचरियावास ने सबूत के तौर पर उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग की चिट्ठी भी साझा की, जिसमें राजस्थान सरकार से मदद की अपील की गई थी।
इसके बाद उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी परिवहन मंत्री खाचरियावास के साथ इस लड़ाई में कूद गए और प्रेस कॉन्फेंस कर सरकार का पक्ष प्रस्तुत किया। पायलट ने कहा कि उत्तरप्रदेश रोड़वेज के एमडी द्वारा बसों में डीजल डलवाने का निवेदन किया गया था जिसे अब भाजपा राजनीतिक रूप दे रही है।

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