लखनऊ। योगी सरकार ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कालेजों के 41 लाख विद्यार्थियों की परीक्षाओं और उन्हें बिना परीक्षा पास करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा के प्रमोट किया जाएगा। जबकि स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के परीक्षार्थियों की परीक्षा अगस्त के मध्य तक कराई जाएगी।
गाइडलाइंस के मुताबिक, ऐसे विश्वविद्यालय जहां स्नातक कोर्सेज के प्रथम वर्ष की परीक्षाएं संपन्न नहीं हुई हैं, उनके छात्रों को द्वितीय वर्ष में प्रमोट कर दिया जाएगा तथा वर्ष 2022 में होने वाली उनकी द्वितीय वर्ष की परीक्षा के अंकों के आधार पर अंतर्वेशन से उनके प्रथम वर्ष का परिणाम व अंक तय किए जा सकते हैं।
स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए कहा गया है कि ऐसे विश्वविद्यालय जहां वर्ष 2020 में प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हुई थीं, वहां प्रथम वर्ष के अंकों के आधार पर द्वितीय वर्ष के परिणाम या अंक तय किए जा सकते हैं और छात्रों को तृतीय वर्ष में प्रमोट किया जाएगा।
जिन विश्वविद्यालयों में 2020 में स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं होने के कारण परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा के द्वितीय वर्ष में प्रमोट किया गया था वहां अब स्नातक द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थियों की परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षा परिणाम के आधार पर उन्हें तृतीय वर्ष में प्रवेश दिया जाएगा।
आपको बता दें कि ये निर्देश आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, लॉ और एग्रीकल्चर विषयों के स्नातक/परास्नातक (यूजी, पीजी) कोर्सेस के लिए जारी किए गए हैं। इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट के लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग अलग से निर्देश जारी करेगा।