विश्वेंद्र सिंह का यू टर्न: पायलट खेमा छोड़ गहलोत के नजदीक

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के बीच अब पायलट समर्थक विश्वेंद्र सिंह ने यू टर्न ले लिया है। विश्वेंद्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे में जाने के संकेत दे दिए हैं। गहलोत के मैनेजर लगातार विश्वेंद्र से मिल रहे हैंं। बुधवार को भी CM के एक नजदीकी नेता ने उनसे मुलाकात की। विश्वेंद्र सिंह के पाला बदलने की चर्चाएं करीब महीनेभर से ज्यादा अरसे से चल रही थीं, लेकिन अब उन पर मुहर लगती दिख रही है।

विश्वेंद्र सिंह ने भास्कर से कहा, ‘मैं अशोक गहलोत के साथ हूं क्योंकि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री बनाया है। मैं सचिन पायलट के भी साथ हूंं। मैं गहलोत और पायलट दोनों के बीच सेतु का काम कर रहा हूं ताकि कांग्रेस बच सके। आज ही मैंने सचिन पायलट से बात की है, कल भी मैं उनसे मिलने जाउंगा। मैं दोनों से ही मिलता रहता हूं।’

पायलट के कट्टर समर्थक विश्वेंद्र सिंह के सुर बदले
विश्वेंद्र सिंह सचिन पायलट के कट्टर समर्थक रहे हैं, लेकिन अब उनके सुर बदलते हुए दिख रहे हैंं। विश्वेंद्र सिंह का यह बयान कि वे गहलोत और पायलट दोनों के साथ हैं, इससे साफ जाहिर है कि उनका झुकाव बदल गया है। उनके बदले सुर इसी बात की तरफ इशारा करते हैं।

विश्वेंद्र सिंह ने विपक्ष में रहते PCC में पायलट के समर्थन में हाथ खड़े करवाए थे
विश्वेंद्र सिंह ने विपक्ष में रहते हुए PCC में हुई बैठक में सचिन पायलट के समर्थन में पार्टी नेताओं से हाथ खड़े करवाए थे। तब से लेकर विश्वेंद्र सिंह पायलट के साथ मजबूती से डटे थे। पिछले साल पायलट की बगावत के समय विश्वेंद्र सिंह बाड़ेबंदी में पायलट के साथ रहे। उन्हें पायलट और रमेश मीणा के साथ मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था।

पीआर मीणा के बाद गहलोत का समर्थन करने वाले पायलट कैंप के दूसरे विधायक
पिछले दिनों पायलट कैंप के टोडाभीम से कांग्रेस विधायक पीआर मीणा ने CM गहलोत की तारीफ की थी। साथ ही कहा था कि पायलट के साथ हूं और रहूंगा। अब पायलट कैंप के दूसरे विधायक विश्वेंद्र सिंह ने भी उसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है।

विश्वेंद्र सिंह के यू टर्न के पीछे सियासी वजह और मंत्री पद, परिवार विरोध में
विश्वेंद्र सिंह के यू टर्न को लेकर सियासी हलकों में कई तरह की चर्चाएं हैं। पिछले दिनों उनके पुत्र अनिरुद्ध सिंह के साथ उनका विवाद खुलकर सामने आया था। उस विवाद के पीछे भी विश्वेंद्र सिंह का खेमा बदलना ही प्रमुख कारण बताया जा रहा है।

विश्वेंद्र के बेटे और पत्नी पायलट खेमे को छोड़ गहलोत के साथ जाने के विरोध में हैं, विश्वेंद्र सिंह के गहलोत कैंप में जाने का मां-बेटे विरोध कर रहे हैं। बताया जाता है कि मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद पाना भी इस फैसले के पीछे प्रमुख कारण हो सकता है।

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