वैक्सीनेशन: 7 दिन में लग गए 50 लाख डोज; टीका लगवाने वालों में 60% सीनियर सिटीजन

नई दिल्ली। भारत में फेज-2 शुरू होने के साथ ही कोरोना के खिलाफ टीकाकरण को रफ्तार मिल गई है। 16 जनवरी से 28 फरवरी तक करीब 1.43 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगे थे। वहीं, मार्च के पहले हफ्ते में ही 50 लाख से अधिक डोज दिए गए हैं। यानी हर दिन औसतन 7.5 लाख से अधिक डोज दिए गए हैं। आने वाले दिनों में यह रफ्तार बढ़ने वाली है। रविवार को छुट्टी होने के बावजूद 66 हजार लोगों ने वैक्सीन के डोज लिए। 59,600 लोगों ने पहला डोज लिया, जबकि 7 हजार ने दूसरा डोज।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार सुबह 7 बजे तक के डेटा के मुताबिक भारत में अब तक 2.10 करोड़ डोज दिए गए हैं। इसमें 1.72 करोड़ लोगों को कम से कम पहला डोज मिला, जबकि 37.61 लाख लोग दूसरा डोज भी लगवा चुके हैं।

देश में 16 जनवरी को हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाने के साथ कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन लगने लगी थी। 13 फरवरी से हेल्थकेयर वर्कर्स को दूसरा डोज दिया जा रहा है। फ्रंटलाइन वर्कर्स को दूसरा डोज देने की शुरुआत 2 मार्च को हुई। 1 मार्च से सरकार ने सीनियर सिटीजन और 45-59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल किया। साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी टीके लगाने के लिए अधिकृत किया। इसके बाद से आंकड़ों में तेजी आ रही है।

वैक्सीनेशन अपडेट…

  • रविवार को छुट्टी होने के बाद भी कुछ राज्यों के कुछ सेंटर्स पर टीकाकरण हुआ। इसमें करीब 66,666 टीके लगाए गए। 59,600 पहले डोज और 7,066 दूसरे डोज दिए गए।
  • पिछले सात दिन में करीब 55 लाख लोगों ने टीका लगवाया है। इसमें 31 लाख से ज्यादा सीनियर सिटीजन और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 5 लाख लोग शामिल हैं।
  • अगर मार्च के पहले हफ्ते की प्रोग्रेस रिपोर्ट देखें तो हर दिन करीब 7 लाख डोज लगे और उनमें सबसे ज्यादा 60% से ज्यादा की हिस्सेदारी सीनियर सिटीजन की ही रही है।

आबादी को वैक्सीनेट करने में अब भी पीछे है भारत

यदि आबादी के लिहाज से प्रति 100 लोगों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा देखा जाए तो इजरायल ने सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। वहां 100 में से तकरीबन 99 लोग वैक्सीनेट हो चुके हैं। इसके बाद यूएई (63.25), यूके (33.71), यूनाइटेड स्टेट्स (26.29), चीन (3.65) और भारत (1.52) के साथ ही अन्य देशों का नंबर आता है।

साफ है कि आबादी को वैक्सीनेट करने के मामले में ज्यादा आबादी होने की वजह से चीन और भारत काफी पीछे रह गए हैं। एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट कहती है कि अगर भारत को तयशुदा लक्ष्य के अनुसार अगस्त तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करना है तो औसतन 13 लाख डोज रोज देने होंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here