यूपी उपचुनाव की वोटिंग के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अचानक प्रेस कॉफ्रेंस बुलाई। उन्होंने कहा-चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही है। न आयोग को दिखाई दे रहा है न सुनाई दे रहा है। इसलिए इतनी शिकायत के बाद भी आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
उन्होंने मुरादाबाद के कमिश्नर IAS आंजनेय कुमार समेत 10 अफसरों के नाम गिनाते हुए उनपर गड़बड़ी का आरोप लगाया। कहा-ये अफसर धांधली कर रहे हैं। पुलिस व प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बक्शा नहीं जाएगा।
नाराज अखिलेश ने कहा- योगी सरकार का सिंहासन हिल गया। सपा के वोटर को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। मैंने अपने साथियों से कहा है कि सभी वीडियो को एकत्रित करें। अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी।
अखिलेश यादव के बयान की बड़ी बातें…
1-भाजपा हार के डर से प्रशासन पर दबाव बना रही भाजपा हार के डर से पूरे प्रशासन से दबाव बना रही है। भाजपा अधिकारियों के जरिए गुंडागर्दी करा रही है। मैं सभी वोटर्स से अपील करना चाहता हूं कि एक बार नहीं, बार-बार बूथ जाए। बूथ पर डटे रहे। अपना वोट जरूर डालें। सपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी तो अयोग ने कहा था कि पुलिस कहीं भी मतदान से रोक नहीं सकती है। लेकिन वीडियो सामने आ रहे हैं कि आयोग के निर्देश के बाद भी पुलिस आईडी चेक करके मतदाताओं को डरा रही है।

2- योगी सरकार का सिंहासन हिल गया भाजपा चुनाव जीतने के लिए बेइमानी कर रही है। सिर्फ जनता ही नहीं, भाजपा के लोग भी इनके खिलाफ हैं। योगी सरकार का सिंहासन हिल गया। दिल्ली और दोनों डिप्टी दोनें भी सरकार के खिलाफ हैं। सपा के वोटर्स को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। मैंने कहा है कि सभी वीडियो को एकत्रित करें। यह अपना सिंहासन बचाना चाहते हैं। उपचुनाव के बाद सिंहासन भी चला जाएगा।
गड़बड़ी करने वाले पुलिस व प्रशासन के अफसरों का नाम भी देखें। किसी को बक्शा नहीं जाएगा। न्यायालय का फैसला इनके खिलाफ आएगा। न्यायालय किसी को नहीं छोड़ेगा। अफसरों की नौकरी और समाज में बनी इज्जत जाएगी। बेइमानी का ठप्पा लगाकर अपना करियर और जिंदगी बर्बाद कर लेंगे। चुनाव का फैसला सपा के पक्ष में आएगा लेकिन कोर्ट का फैसला अफसरों के खिलाफ आएगा।
3-अफसर वोटर्स से पहचान पत्र छीन रहे हैं मेरी सुबह मुख्य निर्वाचन आयुक्त से बात हुई। उन्होंने बेइमानी करने वाले अफसरों की जानकारी मांगी है। सुनने में यह भी आ रहा है कि 4-5 अफसर गड़बड़ी कर रहे हैं। भाजपा सरकार के पास डीएम और एसपी हैं। भाजपा बेइमानी करा रही है। जो अफसर पहचान पत्र छीन रहे हैं उनका वीडियो बनाएं। प्रशासन वोट डलवाने के लिए काम करता है वहीं प्रशासन अब वोट नहीं डालने दे रहा है।

4- आंजनेय कुमार सिंह को तुरंत हटाया जाए कानपुर के पुलिस कमिश्नर से मैंने बात की। मेरे उपचुनाव में वह कन्नौज के एसपी थे। मैंने उनसे कहा कि यह क्या हो रहा है। कुंदरकी के थानाध्याक्ष प्रदीप कुमार, एडीएम मुरादाबाद अजय प्रताप सिंह, मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह चुनाव में गड़बड़ी कर रहे हैं। आयोग इन्हें तुंरत हटाए।
इसके अलावा, मैनाडेर की थानाध्यक्ष किरणपाल सिंह, मीरापुर पुलिस थााध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, सीसामऊ के दिनेश त्रिपाठी, कानपुर के डीसीपी सेंट्रल, चमनगंज इंस्पेक्टर दिनेश प्रताप बिष्ट, रमेश श्रीवास्तव इंस्पेक्टर करनैलगंज को जानबूझकर मतदान रोकने के लिए पोस्ट दी गई है। कानपुर में चमनगंज और करनैलगंज में सबसे ज्यादा वोट सपा को मिलना है।
5- एक भी विधायक उनके पक्ष में नहीं आएगा भाजपा के वोटर नहीं निकल रहे हैं। गाजियाबाद में एक-एक व्यापारी जीएसटी से दुखी है। जीएसटी से उनका व्यापार समाप्त हो गया। जीएसटी व्यापारियों के भ्रष्टाचार से व्यापारी दुखी है। भाजपा से ज्यादा कोई झूठा नहीं है। एक भी विधायक उनके पक्ष में नहीं आएगा कि सिंघासन बचा रहे।