मुंबई। शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सबकी भावनाओं को देखते हुए इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। इससे पहले उनके समर्थकों ने उनका इस्तीफा देने के फैसले को ठुकरा दिया था और उनसे इस पद पर बने रहने की गुजारिश की थी।
82 साल के नेता ने कहा था कि वो 199 से, जबसे पार्टी बनी, तब से इस पर हैं।
फैसले पर दुबारा विचार करने के बाद उन्होंने कहा कि वो एनसीपी अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।
शरद पवार ने कहा मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता। मैं इस्तीफा वापस लेने की आपकी मांग का सम्मान कर रहा हूं। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे का अपना फैसला वापस लेता हूं।
आपको बता दे की सुबह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार का इस्तीफा अस्वीकार करते हुए उनसे पद पर बने रहने की अपील की है। नए अध्यक्ष के चयन के लिए पवार द्वारा गठित पैनल ने यह फैसला किया। समिति के संयोजक और राकांपा के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल एम. पटेल ने यह जानकारी दी। एक नाटकीय घटनाक्रम में पवार ने 2 मई को अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।
एक खचाखच भरे मीडिया सम्मेलन को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि दो प्रस्तावों पर पैनल के फैसले – इस्तीफे को खारिज करना और उन्हें पार्टी प्रमुख के रूप में बने रहने का आग्रह करना – से पवार को सूचित किया जाएगा जिन्हें इन पर आखिरी फैसला लेना है।
समिति ने यह भी संकल्प लिया कि वह पवार के स्थान पर एक और अध्यक्ष का चुनाव करने में असमर्थ थी और उनसे अपना पूरा कार्यकाल समाप्त होने तक जारी रखने का अनुरोध किया। यह दर्शाता है कि पार्टी संभावित विभाजन की हालिया अटकलों के विपरीत पूरी तरह से उनके साथ एकजुट हो गई है।