शहीद सिपाही के गांव में मातम; ढाई महीने बाद थी बहन की शादी, मासूम के सिर से उठा साया

कासगंज। उत्तर प्रदेश में कासगंज के नगला धीमर में शहीद सिपाही देवेंद्र जसावत के गांव में मातम का माहौल है। घर के इकलौते लाल के शहीद होने की सूचना के बाद परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। गांव के किसी भी घर में आज चूल्हा नहीं जला है। पूरा गांव शहीद के दरवाजे पर खड़ा होकर परिवार को सांत्वना दे रहा है। वहीं, ग्रामीण परिवार की उचित मदद और शहीद का स्मारक बनाने व शहीद के नाम से सड़क बनवाने की मांग कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, आगरा के थाना डौकी क्षेत्र के नगला बिंदु के रहने वाले देवेंद्र परिवार के इकलौते बेटे थे। उनके पिता महावीर ने थोड़ी बहुत खेती के दम पर परिवार का पालन किया था। साल 2015 में जब देवेंद्र यूपी पुलिस में सिपाही बने तो परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी उन्होंने संभाल ली।

शहीद सिपाही देवेंद्र की चार माह की बेटी।
शहीद सिपाही देवेंद्र की चार माह की बेटी।

2016 में हुई थी शादी

2016 में उनकी शादी चंचल के साथ हुई थी और वर्तमान में उनकी तीन साल की बेटी वैष्णवी और छोटी मात्र चार माह की है। देवेंद्र की बहन की शादी ढाई महीने बाद 2 मई को होनी थी। पूरा परिवार शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था।

देवेंद्र को खोने के बाद पूरा परिवार बेसुध

बीती रात जब परिवार को देवेंद्र के एक सिपाही दोस्त के द्वारा देवेंद्र के शहीद होने की सूचना मिली तो पूरा परिवार बेसुध हो गया। पिता कुछ रिश्तेदारों के साथ कासगंज को रवाना हो गए। उधर, सूचना के बाद से पूरे परिवार में करुण क्रंदन होने लगा। देवेंद्र की मासूम बेटियों को समझ नहीं आ रहा है कि अब उनके पिता आज के बाद कभी घर नहीं आएंगे। पत्नी चंचल का रो रो कर बुरा हाल है। चंचल पर अब दो बच्चियों के साथ पति के परिवार को पालने की भी जिम्मेदारी है।

शहीद सिपाही के घर एकत्र हुए ग्रामीण।
शहीद सिपाही के घर एकत्र हुए ग्रामीण।

गांव वाले कर रहे स्मारक बनाने की मांग

गांव के लोग देवेंद्र के साथ बिताए पलों को यादकर गमगीन हो रहे हैं। ग्रामीण परिवार को उचित मुआवजा मिलने और गांव में शहीद का स्मारक बनाये जाने के साथ गांव की सड़क का नाम देवेंद्र के नाम पर रखने की मांग कर रहे हैं। पुलिस विभाग की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ शहीद का शव कुछ देर में गांव लाया जाएगा और उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

क्या है मामला

कासगंज में मंगलवार को शाम 7 बजे SI अशोक और सिपाही देवेंद्र नगला धीमर गांव में अवैध शराब का कारोबार करने वालों के यहां कुर्की कराने गए थे। जब दोनों पहुंचे तो उन पर बदमाशों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया और देवेंद्र को पीट-पीटकर मार डाला। SI अशोक भी बुरी तरह घायल हो गए। नगला धीमर गांव अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात है। यहां अक्सर पुलिस कार्रवाई होती रहती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here