समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि नोएडा में महिला से बदसुलूकी करने के आरोपी श्रीकांत त्यागी को नौ अगस्त को गिरफ्तार कर क्रांतिकारियों का अपमान किया गया है। अखिलेश के बयान के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं। इसे सीएम योगी के पांच अगस्त को दिये गए बयान से भी जोड़ा जा रहा है।
अखिलेश यादव ने अगस्त क्रांति दिवस पर कन्नौज के झउवा गांव से अपनी पार्टी के हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत करते हुए त्यागी का जिक्र किया और कहा कि अभी आपने देखा कि भारतीय जनता पार्टी का एक गुंडा महिलाओं को क्या कह रहा था और देखिए नौ अगस्त को पकड़ा उसको। कितना बड़ा अपमान किया है क्रांतिकारियों का।
अखिलेश के बयान को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के चार दिन पहले दिये बयान से जोड़ा जा रहा है। 5 अगस्त को मूल्यवृद्धि और अन्य मुद्दों पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को सीएम योगी ने राम भक्तों का अपमान बताया था। पांच अगस्त को ही दो साल पहले राममंदिर का पीएम मोदी ने शिलान्यास किया था।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा को पता था कि वह अपराधी कहां है, क्योंकि बड़े-बड़े मंत्रियों से उसका संपर्क था, विधायकों से संपर्क था और लोग तो यहां तक कहते हैं कि मुख्यमंत्री आवास में बैठे लोग उसे बचा रहे थे।
उन्होंने त्यागी द्वारा एक महिला से की गई बदजुबानी का जिक्र करते हुए कहा कि हम और आप वैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते, लेकिन भाजपा का वह बड़ा नेता महिला के लिए कौन सी भाषा इस्तेमाल कर रहा था। इनकी (भाजपा) सरकार में ऐसे एक नहीं, न जाने कितने लोग छुपे हुए बैठे हैं।
गौरतलब है कि नोएडा में पिछले दिनों एक सोसाइटी में एक महिला से गाली गलौज करने और उसे धक्का देने के आरोपी कथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी को नोएडा पुलिस ने आज मेरठ से गिरफ्तार कर लिया।