नई दिल्ली। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट के पहले दिन का विश्लेषण करते हुए, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर होल्डर के उस फैसले की काफी तारीफ है जिसमें तेज गेंदबाजों को विकेट से मदद न मिलने पर उन्होंने स्पिनर रोस्टन चेज को गेंद सौंपी।
चेज ने हालांकि अपने कप्तान के भरोसे को खराब नहीं किया और ऊपरी क्रम के बल्लेबाज रॉरी बर्न्स और जैक क्रॉली को आउट कर विकेट को दो महत्वपूर्ण सफलता दिलाईं। जहां बर्न्स लंच से कुछ देर पहले आउट हुए वहीं जैक क्रॉली के लंच के बाद हुए खेल के दौरान रोस्टन चेज की पहली ही गेंद पर आउट हो गए।
सचिन ने ट्वीट किया, “मैंने पहले सेशन में यह नोटिस किया कि तेज गेंदबाज की गेंद विकेटकीपर के पास भी सही से नहीं जा रही है जिससे यह पता चलता है कि विकेट में बिल्कुल दम नहीं है। यहां होल्डर ने बेहतर मूव लेते हुए स्पिनर को गेंदबाजी करने के लिए लाए जहां पर गेंद अनिश्चित है।”
दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुना। वेस्टइंडीज के स्पिनर रोस्टन चेज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए जेक क्रॉली और रोरी बर्न्स को आउट किया। जल्दी-जल्दी दो विकेट खोने के बाद, डोम सिबली और जो रूट ने 52 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड को मैच में वापस लाने की कोशिश की।
एक अन्य ट्वीट में तेंदुलकर ने लिखा, “जो रूट और सिबली ने इंग्लैंड के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई और टीम को मैच में वापस लाये। गेंद अभी भी काफी नई है। ओल्ड ट्रैफर्ड के पिच की सतह काफी कठोर है। बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि टीमें नई गेंद कैसे खेलती हैं।”
हालाँकि, चायकाल से पहले अल्ज़ारी जोसेफ ने रूट को आउट किया, जिन्होंने 23 रन बनाये। इसके बाद सिबली (86 *) और बेन स्टोक्स (59*) ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया और पहले दिन का खेल खत्म होने पर इंग्लैंड की पारी को तीन विकेट के नुकसान पर 207 रनों तक पहुंचा दिया।