एक बार फिर किसानों के मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। यही नहीं उन्होंने भाजपा को नया नाम भी दे दिया है।
सपा अध्यक्ष ने ट्वीट किया कि भाजपा का राजनीतिक के साथ सामाजिक बहिष्कार शुरू हो गया है इसके साथ ही किसानों के प्रति क्रूरता व जनता के आक्रोश से डरकर भाजपा में इस्तीफों का दौर आ गया है। चौराहों पर नफरत बांटनेवाले भाजपाई भूमिगत हो गये हैं।
इसके अलावा सपा अध्यक्ष ने भाजपा को नया नाम भी दे दिया है।अखिलेश यादव ने भाजपा को ‘भूमिगत जनविरोधी पार्टी’ बताया है। गौरतलब है कि इससे पहले अखिलेश ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा था। अखिलेश ने कहा था कि प्रदेश के अपराधी भी अब समझ गए हैं कि मुख्यमंत्री जो कहते हैं उस पर अमल करने वाले नहीं है।
बीजेपी की किसानों के प्रति क्रूरता व जनता के आक्रोश से डरकर बीजेपी में इस्तीफ़ों का दौर आ गया है क्योंकि भाजपा का राजनीतिक के साथ सामाजिक बहिष्कार भी शुरू हो गया है. चौराहों पर नफ़रत बांटनेवाले भाजपाई भूमिगत हो गये हैं। अब बीजेपी का नया नाम ‘भूमिगत जनविरोधी पार्टी’ होना चाहिए।
प्रदेश से बाहर गए अपराधी फिर से वापस आ गए हैं। अपराधी बिना डर के आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे है। उन्हें न खाकी का डर रह गया है और न ही खादी का। यूपी को भाजपा राज में अपराधी प्रदेश बनने की बदनामी उठानी पड़ रही है।
सपा अध्यक्ष ने जारी अपने बयान में कहा कि बदायूं में छेड़छाड़ का विरोध करने पर चौक इलाके में एक महिला को तेजाब पिलाया इसके बाद चाकू से पेट फाड़ दिया गया। बांदा में दस्यु प्रभावित फतेहगंज थाना क्षेत्र के जबरापुर गांव में सर्राफ को बदमाशों ने लूट लिया।
घटना की जानकारी के दो घंटे बाद तक पुलिस नहीं पहुंची। बदमाश सर्राफ को गोली कर जेवर भी लूट ले गए। हरदोई में मामूली विवाद में किसान के घर पर हमला कर परिजनों को पीटकर घायल कर दिया गया। इसके अलावा अखिलेश यादव ने प्रदेश में हुई कई घटनाओं के बारे में बताया।