नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले ‘काम बोलता है’ (कांग्रेस नू काम बोलेछे) का नारा दिया है। इस नारे को के साथ पार्टी के होर्डिंग पूरे प्रदेश में लगाए जाएंगे और जनता को यह याद दिलाया जाएगा कि कांग्रेस राज में किस तरह गुजरात का विकास हुआ था। राजस्थान के मुख्यमंत्री और गुजरात में कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक अशोक गहलोत की मौजूदगी में गुरुवार को इसे लॉन्च किया गया।
हालांकि, इससे पहले उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी ‘काम बोलता है’ का नारा दिया था, लेकिन यह अखिलेश यादव को दोबारा सत्ता में लाने में कामयाब नहीं रहा था।
60 सेकेंड में गिनाया जाएगा काम
गुजरात कांग्रेस ने ‘काम बोलता है’ कैंपेन के तहत वोटर्स को जोड़ने का प्लान बनाया है। वोटर्स को मिस्ड कॉल्स के जवाब में कॉल करते हुए पार्टी की ओर से एक मिनट में उन कामों को गिनाया जाएगा जो कांग्रेस की सरकार के दौरान राज्य में किया गया था। इसमें आदिवासियों के लिए पेसा कानून, आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई, गांव-गांव में दूध की डेयरी खोलने जैसे काम गिनाए जा रहे हैं। इसके अलावा बंदरगाह, एयरपोर्ट, गांवों में अस्पताल खोलने जैसे कदम भी गिनाए जा रहे हैं। लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा और मिड-डे-मील का भी जिक्र है।
मेनिफेस्टो बनाने की भी शुरुआत
पार्टी ने मेनिफेस्टो बनाने की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। इस अभियान को ‘बोलो सरकार’ नाम दिया गया है। पार्टी ने कहा है कि जनता से पूछा जाएगा कि उनकी कांग्रेस से गुजरात में क्या अपेक्षाएं हैं। प्रदेशभर में 1500-2000 बैठकों का फैसला किया गया है। इसके बाद पॉलिटिकल अफेयर कमिटी इन सुझावों पर विचार करके मेनिफेस्टो तैयार करेगी। दीपक बावरिया को इसका प्रमुख बनाया गया है।
कांग्रेस पार्टी का पोस्टर, याद दिलाए जा रहे पुराने काम
फ्लॉप हो चुके नारे से खत्म होगा बनवास?
राजनीतिक जानकार कांग्रेस पार्टी के नए नारे को लेकर हैरानी जता रहे हैं। पूछा जा रहा है कि करीब तीन दशक से गुजरात की सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी ने ऐसे नारे को क्यों अपनाया जिसके साथ असफलता की याद जुड़ी है। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। कांग्रेस, भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी भी पूरा दमखम दिखाने में जुटी है, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
तो पाकिस्तान जैसा हो जाएगा भारत का हाल: गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यदि सत्तारूढ़ भाजपा ने देश को ‘हिन्दू राष्ट्र’ में तब्दील करने का प्रयास किया तो भारत का हश्र भी पाकिस्तान जैसा हो जाएगा। गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक गहलोत ने भाजपा पर सिर्फ धर्म के नाम पर चुनाव लड़ने और इसे जीतने का आरोप लगाया।
गहलोत भाजपा-शासित गुजरात में बुधवार से अपनी दो-दिवसीय यात्रा पर हैं, ताकि इस साल दिसंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर सकें।
‘धर्म के नाम पर जीत रही भाजपा’
अपनी यात्रा के दूसरे दिन गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”पूरे देश में भाजपा (सरकार) द्वारा कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को जेल भेजा गया है। वे (भाजपा) फासीवादी हैं, जो केवल धर्म के नाम पर ही चुनाव जीत रहे हैं। इसके अलावा भाजपा के पास न कोई विचारधारा है, न नीति है, ना ही गवर्नेंस मॉडल है।”
उन्होंने आगाह किया कि यदि भाजपा ने देश को ‘हिंदू राष्ट्र’ में तब्दील करने का प्रयास करती है तो भारत का वैसा ही हश्र होगा जो पाकिस्तान का हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, ”धर्म-आधारित राजनीति सबसे आसान होती है और यहां तक कि एडोल्फ हिटलर भी इसमें शामिल था।” उन्होंने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि वह ‘गुजरात मॉडल’ के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है।