सीतापुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल पूर्व मंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद रहे भगवती सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया है। वह 89 वर्ष के थे। शनिवार रात वे बक्शी का तालाब डिग्री कॉलेज में ठहरे थे। वहीं, उन्होंने अंतिम सांस ली। इस उम्र में भी वह फिलहाल एक्टिव थे। भगवती सिंह के निधन से सपाइयों में शोक की लहर है।
भगवती सिंह का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बहुत पहले ही KGMU (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) को अपना देह दान कर दिया था। हालांकि, अभी तय नहीं है कि उनका शव सपा के प्रदेश कार्यालय लाया जाएगा या फिर KGMU जाएगा।
मुलायम के करीबियों में गिने जाते थे भगवती सिंह
सपा के संस्थापक सदस्य होने और मुलायम के साथ लंबा संघर्ष करने के कारण भगवती सिंह पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबियों में गिने जाते थे। कई मौकों पर मुलायम अक्सर उनके साथ जेल में बिताए दिनों की चर्चा करते थे। कहते थे कि जेल में भगवती सिंह लाई चना खाकर अपना पेट पालते थे।
पार्टी के वरिष्ठ नेता के तौर पर उनकी हैसियत भी थी। लेकिन, सपा में अखिलेश-शिवपाल विवाद के बाद से उनका पार्टी के कार्यक्रमों में आना और लाइम लाइट में रहना भी कम हो गया था। उनके जन्मदिवस पर मुलायम और शिवपाल उन्हें बधाइयां जरूर देते थे।
सेक्युलर मोर्चा बनाने पर शिवपाल को भी दिया था आशीर्वाद
समाजवादी पार्टी में रहते हुए भगवती सिंह ने जब सपा से अलग हुए शिवपाल को आशीर्वाद दिया तो खूब चर्चा हुई थी। जानकर बताते हैं कि शिवपाल ने जब सेक्युलर मोर्चा बनाया तो उसका झंडा लेकर भगवती सिंह के पास पहुंच गए। इसके बाद भगवती ने उन्हें आशीर्वाद दिया।