सरकार को न जनता की और न ही एम्बुलेंस चालकों की चिन्ता : लल्लू

लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि राज्य सरकार ने साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी अपने रवैये में कोई सुधार नहीं किया है। वर्ष 2017 के चुनावी घोषणा पत्र में सरकार ने जनता से जितने भी वायदे किए थे, उन वायदों में से एक भी पूरा नहीं किया गया। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि इस कोरोना काल में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण एम्बुलेंस चालकों की समस्या है लेकिन सरकार को उनकी चिन्ता नहीं है। वे हड़ताल पर हैं लेकिन सरकार को न जनता की और न ही चालकों की चिन्ता है।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि चालकों का नियमितीकरण नहीं हो रहा, उन्हें वेतन नहीं मिल रहा, इन परस्थितियों में चालकों के परिवार की जीविका कैसे चलेगी? लेकिन भाजपा सरकार एम्बुलेंस चालकों की समस्या का समाधान करने के बजाय उल्टा धमका रही है। हड़ताल के कारण मरीज परेशान है। गंभीर मरीजों की जान पर बन सकती है, अखिर इनकी जिम्मेदारी किसकी होगी?

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक वर्ष के भीतर शिक्षामित्रों को नियमित करने का वायदा किया था लेकिन साढ़े चार साल में कुछ नहीं हुआ। प्रदेश के हजारों शिक्षामित्रों ने आत्महत्या कर ली। जो शिक्षामित्र पंचायत चुनाव में डयूटी पर जाने के कारण मौत के मुंह में चले गए, उनके आश्रितों को भी नौकरी नहीं मिली।

मनरेगा कर्मियों का मानदेय भी नहीं बढ़ाया गया। मंहगाई चरम सीमा पर है इसलिए सरकार को गंभीरता पूर्वक उनकी समस्याओं को देखते हुए उनका मानदेय बढ़ाने को तुरंत आदेश देना चाहिए।

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