सांप्रदायिक संघर्ष में नाकाम हुआ खुफिया तंत्र, पास ही दो पुलिस चौकी, फिर भी…

अलीगढ़। अलीगढ़ के सराय सुल्तानी में बवाल के दौरान आगरा रोड दहल गया। हालात इतने बेकाबू हो गए कि पुलिस उसे संभालने में नाकाम रही। घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही सराय सुल्तानी और मदार गेट पुलिस चौकी हैं। फिर भी शुरुआत में हुए मामूली से विवाद पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका। जब तक पुलिस पहुंची, तब तक हालात बिगड़ चुके थे।

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पुलिस के सामने ही छत से पत्थर बरसाए गए। इसके बाद इकट्ठा हुए हिंदू पक्ष को समझाने के लिए नशे में आए सीओ ने माहौल को और खराब कर दिया। देररात 12 बजे तक पुलिस भीड़ को हटा नहीं पाई। खुफिया तंत्र पूरी तरह फेल नजर आया। इसी चलते एक बार निपटाया गया विवाद देररात फिर उखड़ा और अधिकारियों की मौजूदगी में ही पथराव-फायरिंग हो गई।

आगरा रोड शहर का सबसे व्यस्ततम रोड है। रात नौ बजे यहां बाजार खुला हुआ था। अचानक मामूली विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। सासनीगेट, कोतवाली नगर, देहलीगेट, सिविल लाइन, गांधीपार्क थानों का फोर्स मौके पर बुलाया। तब तक लोग बाजार बंद हो चुका था। छत से पथराव हो रहा था।

इधर, हिंदुओं की पिटाई की खबर पर भाजयुमो के महानगर मंत्री हर्षद हिंदू, भाजपा नेता नितिन सुपारी, अजय गुप्ता आदि पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए घटनास्थल की तरफ बढ़ने लगे। सबसे पहले सीओ प्रथम अशोक कुमार आए और युवकों से पूछा कि किन लोगों ने मारपीट की है।

इस पर युवकों ने उन पर नशे में होने का आरोप लगाया। एसपी सिटी ने तत्काल उन्हें लौटा दिया। इनके बाद एएसपी पुनीत द्विवेदी, सीओ तृतीय शिवप्रताप सिंह आए। एसपी सिटी ने माइक लेकर लोगों को समझाया, मगर लोगों का कहना था कि यहां पहले ऊन का बाजार हुआ करता था, जिसे हटाकर मीट की दुकानें खोल दी गई हैं। इन्हें हटाने पर लोग अड़ गए।

इसके बाद 15 मिनट के अंदर ही डीएम-एसएसपी आ गए, जिन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देकर युवकों को शांत किया। प्रदर्शनकारी शांत तो हो गए, मगर मदारगेट तिराहे से लेकर हाथरस अड्डा मोड़ तक करीब आधा किलोमीटर का रास्ते पर तनाव बना रहा। जगह-जगह 50-60 की संख्या में हिंदुत्ववादी एकत्रित थे, जो लगातार नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस एक तरफ विवाद को शांत करती तो दूसरी तरफ से हंगामा बढ़ जाता।

अधिकारियों के सामने भी लोग शांत नहीं हुए थे। इसके चलते डीआइजी, डीएम-एसएसपी मदार गेट चौकी पर बैठ गए। एसपी सिटी के अलावा एसपी यातायात मुकेश चंद्र उत्तम, एसपी देहात पलाश बंसल लोगों को समझाने में लगे रहे। खुफिया तंत्र माहौल को भांपने में नाकाम रहा। इसके चलते चौकी वाली गली में ही फिर से पथराव व फायरिंग की खबर मिली। अधिकारियों ने गली में घुसकर पथराव को शांत कराया। देररात क्षेत्र में पीएसी तैनात की गई।

बवाल के दौरान कई बार पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया। बार-बार लोगों को गुस्सा फूट रहा था। मौके पर भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष अमन गुप्ता भी आ गए। घटना के विरोध में कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और उस रोड से मीट की दुकानों को हटाने व आरोपितों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। अधिकारियों ने इन्हें आश्वासन दिया।

आरोपितों के नाम लिखित में मौके पर ही मांगे। इस दौरान जयश्री राम, भाजपा जिंदाबाद आदि के नारे लगाए। पुलिस ने हटाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। अधिकारियों के समझाने पर भी लोग हटे नहीं। अलग-अलग जगह एकत्रित लोगों की नारेबाजी जारी रही। देररात संघ के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए।

पुलिस ने सासनीगेट की ओर से आने वाले वाहनों को भी रोक दिया था। हालात बिगड़ने पर सेक्टर स्कीम लागू कर दी गई। देररात पीएसी भी तैनात कर दी गई। देररात तक विवाद की वजह पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई। हिंदू पक्ष के लोगों का कहना था कि आरोपितों ने बाइक टकराने के विवाद में घेरकर पिटाई की। मुस्लिम पक्ष का कहना था कि दूसरा पक्ष नशे में था। इसलिए लोगों को बुलाकर गाली-गलौज की गई।

हंगामे के दौरान बीच-बीच में कई तरह की अफवाहें भी उड़ती रहीं। इसमें कई लोगों के गंभीर घायल होने की खबर फैल गई। एक फायर भी हुआ, मगर पुलिस ने फायरिंग से इन्कार किया है। देररात एक बजे पुलिस को तहरीर मिली। इंटरनेट मीडिया पर अलीगढ़ एक बार फिर ट्रेंड पर आ गया। लोगों ने सैकड़ों ट्वीट करके पुलिस को टैग करके सवाल खड़े किए।

घटना के कुछ ही देर बाद सीओ प्रथम अशोक कुमार मौके पर पहुंचे। लोगों का आरोप है कि वह नशे में थे। अधिकारियों से शिकायत भी की गई। एसपी सिटी ने उन्हें वहां से हटाकर थाने में ड्यूटी चार्ट बनाने के लिए भेज दिया। एसएसपी ने बताया कि इसकी जांच कराने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

मीट खरीदने को लेकर विवाद हुआ है। ग्राहक व दुकानदार के बीच कहासुनी हुई है। कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं, इन पर कार्रवाई की जाएगी। हल्का पथराव हुआ था। इसमें दो युवक घायल हुए हैं। – इंद्र विक्रम सिंह, डीएम

पहले तख्त पर सड़क किनारे ऊन की दुकानें लगती थीं। धीरे-धीरे यहां दुकानें बना लीं। होटल खोल दिए। मंदिर के पास मीट बिकता है। प्रशासन से मांग की है कि कि होटल बंद कराकर कार्रवाई की जाए। – विवेक सारस्वत, महानगर अध्यक्ष भाजपा

सराय सुल्तानी के पास ही हनुमानजी व गिलहराज जी महाराज का मंदिर है। यहां मीट की दुकान होना उचित नहीं है। प्रशासन को मीट की दुकान तथा सरकारी जमीन से अवैध कब्जे हटाने ही चाहिए । -डा. राजीव कुमार अग्रवाल, सदस्य प्रदेश कार्यसमिति भाजपा 

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