मेरठ। उत्तर प्रदेश में मेरठ के अब्दुल्लापुर गांव में दो दिन पूर्व हुई एक मंदिर के साधु की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि, बीते सोमवार को शिव मंदिर के सेवादार कांति प्रसाद की विशेष संप्रदाय के युवक ने भगवा गमछे पर टिप्पणी करने के बाद हुए विवाद के दौरान पीट पीट कर हत्या कर दी थी।
बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने रोड जामकर पीड़ित परिवार को 25 लाख मुआवजा दिए जाने की मांग की। पुलिस ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को पकड़कर जेल भेज दिया है। वहीं, एसएसपी ने बुधवार थाना प्रभारी और एसएसआई को लाइन हाजिर कर दिया।
यह है पूरा प्रकरण
भावनपुर थाना क्षेत्र के अब्दुलापुर निवासी कांति प्रसाद शिव मंदिर में सेवादार के रूप में काम करता था।उसकी एक छोटी दुकान भी थी। बताया गया कि सोमवार को वह बिजली का बिल जमा करने के लिए गंगानगर बिजलीघर पर पहुंचा था। वापस लौटते समय ग्लोबल सिटी के पास गांव के ही अनस पुत्र निजाम ने कांति प्रसाद के गले में पड़े भगवा गमछे और माथे पर लगे तिलक को लेकर टिप्पणी कर दी।
कांति प्रसाद ने इसका विरोध किया तो आरोपी अनस ने उसके साथ मारपीट कर दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पीड़ित ने इस संबंध में थाने में शिकायत की, जिसके बाद उसकी तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया और इलाज के लिए पीड़ित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार को इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई।
आश्वासन पर माने परिजन और ग्रामीण
बुधवार को परिजनों ने सेवादार के शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने परिजनों के साथ सेवादार के शव को मुख्य मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर एसडीएम सदर व सीओ देहात पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने जाम लगा रहे लोगों से वार्ता की और आश्वासन दिया कि मृतक के परिजनों को हर सभव आर्थिक मदद करायी जाएगी।
आश्वासन मिलने पर ग्रामीणों ने जाम खोला और शव का अंतिम संस्कार किया। एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन दिया गया है। इस मामले में भावनपुर के थाना प्रभारी और एसएसआई को लाइन हाजिर किया गया है।