सिडनी में 14 साल बाद फिर ‘मंकीगेट’, बुमराह और सिराज पर नस्लीय टिप्पणी

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई टीम इंडिया के दो प्लेयर्स पर नस्लीय टिप्पणी का मामला सामने आया। घटना सिडनी में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन यानी शनिवार को हुई। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक दर्शक ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के खिलाफ अभद्र और नस्लीय कमेंट्स किए। BCCI ने इसकी शिकायत मैच रेफरी डेविड बून से की है।

2007-08 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हरभजन सिंह और एंड्र्यू सायमंड्स की झड़प हो गई थी। तब भी मैदान सिडनी का ही था। साइमंड्स का आरोप था कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा। इस घटना को ‘मंकीगेट’ कहा जाता है।

सिराज को मंकी यानी बंदर कहा गया
BCCI सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सिराज जब बाउंड्री लाइन पर फील्डिंग कर रहे थे, तब उन्हें एक दर्शक ने मंकी यानी बंदर कहा। यह दर्शक सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के स्टैंड्स में पूरे वक्त मौजूद था। इस सूत्र ने कहा- हमने इस बारे में ICC के मैच रेफरी डेविड बून के पास शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी दर्शक नशे में था। डेविड बून ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व ओपनर रह चुके हैं।

हालांकि, बुमराह पर किस तरह की नस्लीय टिप्पणी की गई, इसको लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। जानकारी के मुताबिक, सिराज और बुमराह के साथ हुई घटना के बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे और दूसरे सीनियर प्लेयर्स ने मीटिंग भी की। इस दौरान सिक्योरिटी ऑफिसर्स और अंपायर्स भी मौजूद थे।

13 साल पुरानी कहानी
BCCI के सूत्र बताते हैं कि मोहम्मद सिराज को मंकी कहा गया। इस घटना ने 2007-08 की घटना याद दिला दी। तब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। सिडनी टेस्ट में सायमंड्स बैटिंग कर रहे थे। हरभजन सिंह से उनकी नोंक-झोंक चल रही थी। इस दौरान दोनों के बीच जुबानी जंग भी हुई। बाद में सायमंड्स ने आरोप लगाया कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा।

आईसीसी के नियमों के मुताबिक, यह नस्लीय टिप्पणी थी। तब पूरी सीरीज ही खतरे में पड़ गई थी। मैच रेफरी के सामने सुनवाई हुई। हरभजन को क्लीन चिट मिल गई। इसके बावजूद यह मामला आज भी कभी-कभार उठाया ही जाता है।

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