लखनऊ । उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सियासी दखल से पुलिस अफसर तनाव में आ गए हैं। तनाव इतना बढ़ गया है कि पांच जिलों के एसपी ने खुद को पद से हटाए जाने के लिए सीनियर अधिकारियों को चिट्ठी लिख डाली। इतना ही नहीं 2 कैबिनेट मंत्रियों वाले जिले के कप्तान पिछले 8 दिन से छुट्टी पर हैं। इससे पहले भी कई कप्तान छुट्टी पर गए और वापसी से पहले उनका ट्रांसफर हो गया।
चिट्ठी लिखने वालों में बुंदेलखंड जिले की एक महिला कप्तान भी शामिल हैं। विभागीय सूत्र बताते हैं कि सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष की पार्टियां जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर अधिक दबाव बना रही हैं। जिससे आगामी चुनाव में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अफसर इटावा जिले में भी कप्तानी करने से कतरा रहे हैं।
अमिताभ ठाकुर बोले- अमूमन सत्ता पक्ष ही दबाव बनाता है
पूर्व आईपीएस व जबरन सेवानिवृत्त किए गए अमिताभ ठाकुर इस तरीके के दबाव को गलत बताते हैं। वह कहते हैं कि अमूमन सत्तारूढ़ पार्टी ऐसा दबाव बनाती हैं। इस तरीके का दबाव बनाकर जिले व अन्य अफसरों पर जो काम कराए जा रहे, वह गलत है। ऐसा चाहे सत्ता पक्ष के नेता करें या फिर विपक्ष के पूर्व के नेता। उन्होंने कहा कि ज्यादातर तो सत्तारूढ़ पार्टी के नेता दबाव बनाते हैं, क्योंकि चुनाव हारने से उनकी जनता में छवि खराब होती है।
पूर्व डीजीपी जैन बोले- ये तो नाकामी है अफसरों की
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन का कहना है कि जिले में तैनात अफसरों को किसी भी तरीके का दबाव नहीं लेना चाहिए। अगर वह दबाव में रहकर इस तरीके की इच्छा जता रहे हैं और जिले में तैनात रहना नहीं चाहते हैं तो यह सरासर नाकामी है।
उन्होंने यह भी कहा कि अमूमन सत्तारूढ़ पार्टी और अन्य विपक्षी दल के नेता दबाव बनाते ही हैं। ऐसे दबाव में ना आकर जिले में तैनात अफसरों को कानूनी कार्रवाई करते हुए कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। चुनाव में कौन जीता, कौन हारा है, यह फैसला उनके हाथ में नहीं होता है, ना ही उनको ऐसे दबाव में रहकर किसी भी तरीके का कार्य करना चाहिए।
गृह विभाग में मंथन जारी
जिले से मिल रही अफसरों की शिकायत पर गृह विभाग में मंथन किया जा रहा है। बीते 1 सप्ताह में दो मीटिंग की गई है। माना जा रहा है जल्द ही कुछ जिलों के एसपी और डीएम के तबादले किए जाएंगे। इनमें वह जिले भी शामिल हैं, जिन्होंने जिले में ना रहते हुए साइड पोस्टिंग या अन्य जिले में तैनाती की इच्छा जताई है।
भाजपा ने 60 जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए झोंकी ताकत
भाजपा सरकार और संगठन की बैठक में इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में से 60 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है। जिसको लेकर भाजपा संगठन और सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं सपा-बसपा ने भी पूरी ताकत लगा दी है। इसके अलावा कांग्रेस भी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए सक्रिय हो गई है।