नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी और विकराल रूप धारण करती जा रही है। जैसे-जैसे वक़्त गुजर रहा है वैसे-वैसे नई जानकारियां सामने आ रही हैं। दुनियाभर के वैज्ञानिक अभी तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं बना सके हैं वहीं अब एक और चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 सिर्फ इन्सान के फेंफडों या सांस नली को ही प्रभावित नहीं कर रहा बल्कि इसका असर मस्तिष्क में भी हो रहा है। इसके आलावा ये भी बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस शरीर के हर अंग के लिए समस्या साबित हो रहा है। ये वायरस शरीर के कई अंगों को अफ़ेक्ट कर रहा है, इससे निमोनिया होता है। पेट पर इसके असर के कारण डायरिया होता है। ये अर्ट्रीस में भी सूजन लाता है, इससे छोटे छोटे ब्लड क्लाट्स बनने लगते हैं जिसके कारण ब्रेन में रक्त नहीं पहुँच पाता है जिससे स्ट्रोक होता है।
डॉक्टर बताते हैं कि लगभग हर हफ़्ते मस्तिष्क संबंधी समस्या के मामले रिपोर्ट हो रहे हैं। वेबसाइट में छपी खबर के अनुसार मुंबई के फ़ोर्टिस मुलुंड हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर डायरेक्टर और स्टेट कोविड टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉ राहुल पंडित बताते हैं कि उनके पास ब्रेन स्ट्रोक के 15 से ज़्यादा कोविड पोजिटिव मरीज़ पहुंचे, इनमें, 25 से 35 साल के बीच के दो युवाओं की मौत भी हो चुकी है। डॉ. पंडित स्ट्रोक यानी लकवा के 15-16 पेशेंट को भी देख रहे हैं। इन पेशेंट की कोई विशेष आयु वर्ग नहीं है। ये 20-25 से लेकर 70-80 साल के मरीज़ हैं।
डॉ. पंडित ने बताया कि दो पेशेंट ब्रेन डेड सिचुएशन में आए लेकिन बहुत कोशिश के बाद भी हम उनकी जान नहीं बचा पाए। उन्होंने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के मामलों के अलावा यहां क़रीब 30 मरीज़ मस्तिष्क संबंधी समस्या का इलाज करवा रहे हैं।
वहीं आयुष अस्पताल के डॉ. सुहास देसाई अपने ICU में ऐसे कई मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं। वे बताते हैं कि इनके अस्पताल में हर हफ़्ते 3-4 मरीज़ ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक के देखे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सर दर्द होना, चक्कर जैसा आना, बात करने में तकलीफ़ होना या दिखाई देने में तकलीफ़। कॉमन लक्षण हैं इससे शुरुआत होती है आगे प्रोग्रेस होती है। जैसे ही इसके लक्षण दिखे तुरंत डॉक्टर के पास जाइए। समय पर एमआरआई हुआ तो आप जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं।