नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि उसने पश्चिम बंगाल घोषणापत्र में अपना असली चेहरा उजागर कर दिया है। पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा ने पार्टी के पश्चिम बंगाल चुनाव घोषणापत्र में अपना असली चेहरा उजागर किया है क्योंकि इसने साफ कहा है कि सरकार बनने के पहले दिन, भाजपा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लागूू करेगी।
चिदंबरम ने कहा, “सीएए देश को विभाजित करेगा, मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव पैदा करेगा और लाखों भारतीयों को उनकी नागरिकता के अधिकार से वंचित करेगा। इरादा डराने, धमकाने और लाखों गरीबों और कानून का पालन करने वाले नागरिकों, विशेषकर मुसलमानों के मन में डर पैदा करने का है, कि उन्हें डिटेंशन कैंप में भेज दिया जाएगा।”
उन्होंने अपील की कि असम और बंगाल के लोगों को भाजपा और उसके ‘विषाक्त एजेंडे’ को हराने के लिए निर्णायक रूप से मतदान करना चाहिए।
गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को भाजपा के घोषणापत्र को जारी किया, जिसमें कहा गया था कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो अपनी पहली कैबिनेट बैठक में सीएए को लागू करेंगे।
शाह ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा, हमने अपने घोषणापत्र को ‘संकल्प पत्र’ कहने का फैसला किया है। यह सिर्फ एक घोषणा पत्र नहीं है, बल्कि देश की सबसे बड़ी पार्टी द्वारा पश्चिम बंगाल के लिए एक संकल्प पत्र है। और भाजपा के घोषणापत्र के केंद्र में ‘सोनार बांग्ला’ है।