सीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों के आपसी विवाद में हुए तबादले

औरैया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्बारा बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों के बीच गहराए आपसी विवाद और अस्पताल में हुए भ्रष्टाचार की परतें उजागर होने के साथ मचे घमासान के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्बारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना के अधीक्षक व एक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं दो स्वास्थ्य कर्मियों कर्मियों समेत 4 स्वास्थ्य कर्मियों का स्थानांतरण कर दिया गया है।

हालांकि इस स्थानांतरण के बाद अस्पताल में हुए भ्रष्टाचार पर क्या विराम लग जाएगा या फिर इस भ्रष्टाचार मैं शामिल लोगों पर भी गाज गिरेगी यह आगामी समय में देखने में मिलेगा लेकिन यदि जांच कार्रवाई ना हुई तो इस क्षेत्र के बुद्धिजीवी इस मामले को शासन तक ले जाने में भी नहीं चूकेंगें।

बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों के बीच अर्से से चल रहे वर्चस्व के विवाद के बाद भ्रष्टाचार समेत विभिन्न अवैध मामलों की पोलें खुलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव द्बारा शनिवार को बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ सिद्धार्थ वर्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अधीक्षक के पद पर सहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्थानांतरित किए जाने के साथ ही बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीपी शाक्य को तैनात किया गया है।

यही नहीं चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव द्बारा बिधूना में नर्स मेंटर के पद पर कार्यरत पदम सिह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एरवाकटरा में स्थानांतरित किया गया है। इतना ही नहीं बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पद पर कार्यरत पंकज दुबे को बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछल्दा स्थानांतरित किया गया है।

गौरतलब बात तो यह है कि बिधूना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे अर्से से कुछ स्वास्थ्य कर्मियों के बीच अपने अपने वर्चस्व की खातिर चल रहे विवाद के बाद अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार व अपनी अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने के संबंध में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू होने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के बीच अस्पताल में किसी भी समय किसी अप्रिय घटना होने की बनी आशंका के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्बारा मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से यह स्थानांतरण एक्सप्रेस चलाकर फिलहाल आपसी विवाद पर नियंत्रण करने का प्रयास किया गया है।

लेकिन इस कार्रवाई के बाद भी क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों का मानना है कि अस्पताल में हुए भ्रष्टाचार की गहनता से जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी या फिर स्वास्थ्य कर्मियों का स्थानांतरण कर इस भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल दिया जाएगा इस पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है।

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