बहराइच। मौसम खराब होने से रविवार को भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे जनता से रूबरू नहीं हो सके पर उन्होंंने वर्चुअली संवाद कर भावनाओं के तार जोड़े। इसके साथ ही दोनों जिलों को 611 कराेड़ रुपये की 231 परियोजनाओं की सौगात दी। इस दाैरान उन्होंने कहा कि कहा, महात्मा बुद्ध की तपोस्थली श्रावस्ती व राजा सुहेलदेव की धरती बहराइच से लोगों की अगाध आस्था है। यहां का विकास सरकार की प्राथमिकता में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी माह में सुहेलदेव विजय स्थल पर भव्य स्मारक बनाने के कार्य का शुभारंभ किया है।उन्होंने कहा कि देवीपाटन मंडल में तीन मेडिकल कालेज दिए गए हैं। बहराइच एवं बलरामपुर में मेडिकल कालेज वजूद में आ चुका है। गोंडा में शिलान्यास होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने घाघरा नदी पर चहलारीघाट स्थित 3.234 किलोमीटर लंबे पुल का नामकरण किया। अब यह चहलारी नरेश राजा बलभद्र सिंह सेतु के नाम से जाना जाएगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर लखनऊ से बहराइच व श्रावस्ती पहुंचा पर मौसम प्रतिकूल होने से लैंड नहीं कर सका।
वापस लौट कर लखनऊ से बहराइच जिले की 221 करोड़ रुपये की 144 परियोजनाओं एवं श्रावस्ती की 390.45 करोड़ रुपये की 87 विकास परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास किया। सीएम के प्रतिनिधि के रूप में बहराइच में मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा व श्रावस्ती में प्रभारी मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह धुन्नी ने प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, कृषक दुर्घटना बीमा, बाल सेवा योजना, कन्या सुमंगला योजना, आयुष्मान भारत योजना, विश्वकर्मा सर्वसम्मान समेत विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किया।