नई दिल्ली। कोरोना योद्धाओं के सम्मान में भारतीय वायुसेना 3 मई को 2 फ्लाई पास्ट करेगी। एक फ्लाई पास्ट श्रीनगर से त्रिवेंद्रम और दूसरा डिब्रूगढ़ से कच्छ के बीच होगा। इनमें ट्रांसपोर्ट और फाइटर एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
बिपिन रावत ने बताया कि फ्लाई पास्ट के दौरान उन अस्पतालों पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए जाएंगे, जो कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इसके साथ ही तीनों सेनाएं इसी दिन पुलिस मेमोरियल पर फूल चढ़ाएंगी। आर्मी लगभग हर जिले में कोविड अस्पतालों के पास माउंटेड बैंड परफॉर्मेंस भी देगी।
जनरल रावत ने बताया कि वायुसेना की ओर से आयोजित फ्लाइपास्ट में परिवहन और फाइटर एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। कोरोना योद्धाओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए नौसेना के जहाज भी विशेष ड्रिल आयोजित करेंगे। नेवी समुद्र किनारों को रोशनी से जगमगा देगी। तीन मई की शाम को नौसेना तटीय क्षेत्रों में अपने युद्धक जहाज तैनात करेगी। ये वॉरशिप रोशनी से जगमगाएंगे। नवसेना के हेलिकॉप्टर्स कुछ कोविड स्पेशल अस्पतालों पर फूल की बारिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सेना की ओर से सभी कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद देते हैं।
दो दिन पहले ही यूएस आर्मी ने भी कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में फ्लाई पास्ट किए थे। यह न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और फिलाडेल्फिया में हुए थे। इसमें यूएस आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के 12 फाइटर जेट शामिल थे। यह 40 मिनट का शो था। इस पूरे शो के लिए यूएस आर्मी ने एक महीने तक तैयारी की थी।
तीनों सेनाओं की तरफ से 5 पहल
-एयरफोर्स जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से केरल के त्रिवेंद्रम तक और असम के डिब्रूगढ़ से गुजरात के कच्छ तक फ्लाईपास्ट करेगी। इसमें फाइटर प्लेन और ट्रांसपोर्ट प्लेन शामिल होंगे।
-देशभर के उन अस्पतालों पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए जाएंगे, जो कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
-नौसेना भी कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में अपने जंगी जहाजों पर रोशनी करेगी।
-आर्मी लगभग हर जिले में कोविड अस्पतालों के पास माउंटेड बैंड परफॉर्मेंस देगी।
-कोरोना के खिलाफ जंग में शामिल पुलिस बलों के समर्थन में सशस्त्र बल 3 मई को पुलिस मेमोरियल पर फूल चढ़ाएंगे।
हम कोरोनावारियर्स के साथ..
जनरल रावत ने कहा- हम सभी कोरोना वॉरियर्स का शुक्रिया अदा करते हैं। डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी, पुलिस, होमगार्ड, डिलिवरी बॉय और मीडिया सरकार का यह संदेश जनता तक पहुंचा रहे हैं कि मुश्किल वक्त में भी जिंदगी को कैसे चलाए रखना है। तीनों सेना इस वक्त देश के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं। हम हर कोरोनावॉरियर के साथ हैं। हम यह लड़ाई जीतेंगे, तो यह देश के हर नागरिक के अनुशासन और सब्र का नतीजा होगी। हमारी तरफ से कुछ विशेष गतिविधियां होंगी, जिसका राष्ट्र गवाह बनेगा।
रेड जोन में मिलिट्री की तैनाती अभी नहीं
रेड जोन में मिलिट्री की तैनाती की संभावना पर बिपिन रावत बोले कि हमारे पुलिस जवान बेहतर काम कर रहे हैं। वे रेड जोन में तैनात हैं और सही कदम उठाने में सक्षम हैं। इसलिए रेड जोन में मिलिट्री की तैनाती की कोई जरूरत नहीं है।
आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी हैं
भारत में यह पहली बार ही था, जब सीडीएस ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान आर्मी चीफ नरवणे ने बताया, कोरोना के कारण आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन में कोई कमी नहीं आई है। इन ऑपरेशनों में जो भी आतंकी मारे जा रहे हैं, वो सिविल एडमिनिस्ट्रेशन को सौंप दिए जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एलओसी से घुसपैठ के मामले भी पिछले दिनों बढ़ गए हैं।
सेना में वर्क फ्रॉम होम के दौरान आधिकारिक एप के इस्तेमाल का ही आदेश
आर्मी में वर्क फ्रॉम होम के लिए ऑनलाइन मीडियम पर सवाल पूछने पर आर्मी चीफ ने बताया कि हमे ये पता चला था कि जिन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग वर्क फ्रॉम होम के लिए किया जा रहा है, वे सुरक्षित नहीं है। ऐसे में जानकारियों का गलत इस्तेमाल हो सकता था। इसलिए हमने एडवायजरी जारी कर अधिकारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए आधिकारिक एप ही डाउनलोड करने को कहा है।
आर्मी में अब तक कोरोना संक्रमण के 14 मामले
आर्मी के जवानों में कोरोना संक्रमण फैलने के सवाल पर आर्मी चीफ ने बताया कि आर्मी में सबसे पहले कोरोना से जो जवान संक्रमित हुआ था, वह अब पूरी तरह ठीक है। आर्मी में अब तक 14 कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं और इनमें से 5 ठीक होकर काम पर भी लौट चुके हैं।
नौसेना में 26 जवान संक्रमित
19 अप्रैल को नौसेना में संक्रमण के 20 मामले सामने आए थे। मुंबई में आईएनएस आंग्रे पर तैनात 26 नाविक कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इन सभी को मुंबई के कोलाबा में स्थित नौसेना अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया है। नेवी का कहना है कि शिप्स और सबमरीन पर कोई संक्रमण का केस सामने नहीं आया है और सभी मिशन और ऑपरेशन पहले की तरह जारी हैं।