सीतापुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के करीबी एमएलसी आनंद भदौरिया इस बार विधान परिषद सदस्य पद का चुनाव नही लड़ेंगे। बीते चुनाव में आनंद भदौरिया निर्विरोध एमएलसी चुने गए थे लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है। चर्चाए है कि समाजवादी पार्टी इस बार किसी यादव चेहरे पर अपना दांव लगा सकती है। एमएलसी आनंद भदौरिया ने सपा मुखिया से मिलकर चुनाव न लड़ने की असमर्थता जाहिर की है और साथ ही उन्होने पार्टी के घोषित प्रत्याशी को जिताकर भेजने का संकल्प लिया है।
7 मार्च को खत्म होगा एमएलसी का कार्यकाल
गौरतलब कि आगामी सात मार्च को विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और अब विधानसभा चुनाव के साथ साथ एमएलसी चुनाव का भी बिगुल बज चुका है। अधिसूचना जारी होने के बाद नामांकन के दूसरे दिन तक अभी महज तीन नामाकंन पत्र ही बिक चुके है।
इसी बीच एमएलसी आनंद भदौरिया ने चुनाव न लड़ने की बात कही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी किसी यादव को चुनाव मैदान में उतारकर विधान सभा चुनाव में यादवों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर सकती है। चर्चा है कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व मंत्री सहित कई अन्य दिग्गज नेता समाजवादी पार्टी में टिकट की कतार में है। अब देखना यह है कि समाजवादी पार्टी किस पर दांव लगाती है यह आने वाला समय ही बताएगा।
सत्ताधारी पार्टी भाजपा से कई है दावेदार
समाजवादी पार्टी के अलावा सत्ताधारी पार्टी में भी एमएलसी के टिकट के लिए दावेदारों की होड़ मची हुयी है क्योंकि यहां भी कई प्रबल दावेदार है जिसमें अनिल सिंह पाताबोझ, जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा, पूर्व एमएलसी राकेश सिंह, पवन सिंह चौहान, कसमण्डा स्टेट के राजा दिनकर प्रताप सिंह, पूर्व विधायक रामपाल यादव सहित अन्य कई दावेदार है। विधान सभा चुनाव में पार्टी ने जिस तरह टिकट वितरित किए है उससे अंदाजा लगाय जा सकता है कि पार्टी एमएलसी पद के लिए भी किसी नए चेहरे पर भी दांव लगा सकती है।
दूसरे दिन बिका एक पर्चा,अब तक बिके तीन
विधान परिषद सदस्य स्थानीय निकाय के नामकंन प्रक्रिया के दूसरे दिन के अंतिम समय तक एक नामाकंन पत्र ही बिका है। अब तक कुल तीन नामाकंन पत्र बिक चुके है। गौरतलब है कि विधान सभा चुनाव के साथ साथ विधान परिषद चुनाव प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। पहले दिन रोहित सिंह व खुशीराम चौधरी ने नामाकंन पत्र खरीदा था। शनिवार को राकेश सक्सेना ने अपना नामाकंन पत्र खरीदा है। 11 फरवरी तक यह प्रक्रिया चलेगी और नामाकंन पत्र जमा किया जाएगा।