सीतापुर। जनपद एवं देश इस समय करोना संक्रमण की महामारी के दौर से गुजर रहा है ऐसे में जनपद सीतापुर के स्वास्थ्य कर्मी भी पूरे मनोयोग से एक संकल्प के साथ समर्पित हैं। हाल में ही खैराबाद में मिले 8 पॉजिटिव मरीजों के सामने आने के साथ ही जनपद के स्वास्थ्य कर्मियों का चेलेंज शुरू हो गया है।
ये बात दुनिया जानती है कि अच्छे से अच्छे और आधुनिक बचाव ड्रेस और सबसे अच्छे मास्क के होते हुए भी कई विदेशी डॉक्टर जान गंवा चुके है, ऐसे खतरनाक वायरस से लड़ने के लिए अगर घटिया मानक वाली बचाव किट दी जाए तो सवाल खड़ा ही हो जाएगा। ये सीधे तौर पर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी की जान को खतरे में डालने का अपराध माना जायेगा। ऐसा ही मामला सीतापुर जिले के स्वास्थ्य विभाग में सामने आया है।
उल्लेखनीय है कि सीतापुर जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया श्रीमान मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव हेतु टीमें /लगे स्वास्थ्य कर्मियों को घटिया खुली हुई संक्रमित ग्लोव्स / दस्ताने एवं अन्य अधो मानक सामग्री उपलब्ध कराकर कोरोनावायरस जैसे खतरनाक वायरस से लड़ने को मजबूर कर रहे हैं।
खुली हुई ग्लव्स/ दस्ताने कौन किस हाथ का है यह भी नहीं पता चलता? सीतापुर में पॉजीटिव केस पाए जाने के उपरांत भी स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा किट एवं अन्य किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई है जिससे संक्रमण का अधिक खतरा फैलने की भी संभावना है।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग के इन मुखिया जी पर काफी समय से मीडिया में खबरें आम होती रहीं है। जब से आये है तब से जिला अस्पताल में दलालों पर कार्यवाही न करना, फ़र्ज़ी प्राइवेट हॉस्पिटल पर दयादृष्टि और कमीशन बाज़ी जैसे कई आरोप लग चुके है। अब जब जिले के लोगों की जान संकट में है उस समय भी उनके कारनामे जारी रहना प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।
उल्लेखनीय है कि संज्ञान में यह भी आया है कि संकट की इस घड़ी में राज्य आपदा राहत निधि/ सांसद निधि विधायक निधि से भी धन प्राप्त हुआ है जिसका दुरुपयोग श्रीमान मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अपने खास लोगों के माध्यम से करा कर प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। एवं पूरे जनमानस को खतरे में डाल रहे हैं।
जनपद के जनप्रतिनिधियों से अपील है कि इस महामारी के समय अपके द्वारा दी गई धनराशि का दुरुपयोग अधिकारियों के द्वारा ना होने पाए इसका भी ध्यान देना होगा क्योंकि आप लोग जनता के हित के लिए चुने गए हैं और आप के होते जनता के साथ अन्याय न हो कि राहत फंड में यह लोग आप लोगों की दी हुई धन राशि में भी भ्रष्टाचार का घुन लगा दें वह अपने जनपद के लिए अधिकारी शुभ नहीं होंगे यह भी चिंता का विषय बना हुआ है।
कोरोना वायरस को लेकर जारी जंग में जिले के स्वास्थ्य कर्मी बुनियादी सुविधाओं को लेकर चिंतित दिख रहे है हैं साथ ही उन्हें अपने परिवार सुरक्षा को लेकर भी चिंता है।
इस समय स्वास्थय विभाग के मुखिया द्वारा लाई गई किट से मेडिकल प्रोफ़ेशन में लगे लोगों में इंफ़ेक्शन का भी जोखिम पैदा हो रहा है।
मेडिकल प्रोफ़ेशनल्स स्किल्ड वर्कर्स होते हैं जिन्हें आप रातों-रात तैयार नहीं कर सकते। अगर ज़्यादातर मेडिकल प्रोफ़ेशनल बीमार हो जाएंगे या क्वारंटाइन में चले जाएंगे तो सीतापुर जिले का हेल्थकेयर सिस्टम पूरी तरह से बैठ जाएगा. इससे हज़ारों लोग जोखिम में आ जाएंगे। अगर जिम्मेदार अधिकारी द्वारा पूरी सुरक्षा और प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध करा दें तो ये हेल्थकेयर वर्कर्स पूरे मनोबल से कार्य मे जुट जाएंगे।