नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए पड़ोसी देशों ने एक बार फिर से देश में नकली नोटों का जाल फैलाना शुरू कर दिया है। इस बार सीमा-पार से ऐसे नकली नोट भारतीय बाजार में फैलाए जा रहे हैं, जो बेहद उच्च क्वॉलिटी के हैं। इन नोटों को आम आदमी आसानी से पहचान नहीं सकता। यह देश के लिए चिंताजनक बात है।
इसकी पुष्टि खुद भारत सरकार की करेंसी नोट प्रेस नासिक ने हाल ही में दिल्ली से बरामद कुछ नकली नोटों की जांच के बाद अपनी स्पेशल रिपोर्ट में की है। यह रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी गई है। इसके बाद से यह मामला जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी अर्थात NIA के सुपुर्द कर दिया गया है। NIA को मामले की जांच के दौरान कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। भारत में नकली नोट पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते भारत में आ रहे हैं।
आजम से 500 रुपए के 596 नकली नोट मिले
सूत्रों के अनुसार NIA को जांच के दौरान जानकारी मिली है कि मार्च-अप्रैल महीने में नेपाल के रास्ते बिहार में नकली नोटों की एक खेप पहुंची थी। इस खेप को देशभर के बड़े महानगरों में फैलाया जा रहा है। उसी मुहिम के तहत बिहार के चंपारन जिले के रैसुल आजम 3 लाख रुपए कीमत के 500 रुपए के 596 नोट लेकर जनवरी 2022 में दिल्ली आया था।
यहां पर वह नोटों को जल्द से जल्द ठिकाने लगाने के चक्कर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ गया था। यह नोट जांच के लिए करेंसी नोट प्रेस नासिक में भेजे गए थे। नासिक में जब करेंसी विशेषज्ञों ने इन नोटों की जांच की तो वे हैरान रह गए। इन नोटों में मेन वाटरमार्क, छिपा हुआ वाटरमार्क, डेमो नुमेरल, इलेक्ट्रोटाइप वाटरमार्क और लंबाई व चौड़ाई बिलकुल असली नोट की तरह थे। पेपर क्वॉलिटी भी असली नोट से काफी मिलती-जुलती थी।
इसमें सिक्योरिटी थ्रेड भी असली की तरह ही थी। इतना ही नहीं नोटों पर असली की तरह सीरियल नंबर भी अलग-अलग थे। केवल नकली नोट की थिकनेस असली नोट से कुछ ज्यादा पाई गई। इतना ही नहीं नकली नोट असली की तुलना में थोड़ा रफ पाया गया। इसके अतिरिक्त साइज आफ प्रिंटिंग डिजाइन में अंतर पाया गया। जिससे इसके नकली होने की पुष्टि होती है।
नेटवर्क से जुड़े संदिग्धों की तलाश, बिहार के चंपारण से मिले सबूत
सूत्रों के अनुसार करेंसी विशेषज्ञों ने गृह मंत्रालय को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि उक्त नोट बेहद हाई क्वॉलिटी के नकली नोट हैं। पहले इस तरह के नोट कभी सामने नहीं आए हैं। गृह मंत्रालय के निर्देश पर NIA ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए बीते दिनों NIA की एक टीम बिहार के चंपारण क्षेत्र में भी गई थी। यहां से NIA को पता चला है कि देश के कई शहरों में भी इसी तरह के नकली नोटों को फैलाया जा रहा है। NIA इस नेटवर्क से जुड़े कुछ संदिग्ध लोगों की तलाश कर रही है।