सुहेलदेव स्मारक का शिलान्यास: देश के नायकों की बात से कृषि कानूनों तक पहुंचे PM

बहराइच। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 11वीं शताब्दी में बहराइच-श्रावस्ती के योद्धा रहे महाराजा सुहेलदेव की 4.20 मीटर ऊंची प्रतिमा और स्मारक का वर्चुअल शिलान्यास किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री देश के नायकों की वीरगाथा से अपनी बात शुरू की तो वे वर्तमान में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन व कृषि सुधार के प्रयासों तक पहुंचे। कहा कि भारत का इतिहास वो नहीं जो देश को गुलाम बनाने वालों और गुलामी की मानसिकता के साथ लिखने वालों ने लिखा।

लेकिन आज भारत सुधर रहा है। वहीं कृषि कानूनों को लेकर PM मोदी विपक्ष पर जमकर बरसे। कहा कि जमीन छिन जाने का झूठ फैलाया जा रहा है। लेकिन अब विपक्ष के भ्रम की पोल खुद किसान खोलने लगे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बसंत पचंमी का शुभ दिन है। मेरी प्रार्थना है कि हर देशवासी को मां सरस्वती का आशीर्वाद मिले। आज मुझे बहराइच में महाराजा सुहेलदेव जी के भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है। ये आधुनिक और भव्य स्मारक, ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास, बहराइच पर महाराजा सुहेलदेव के आशीर्वाद को बढ़ाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

भारत का इतिहास सिर्फ वो नहीं है, जो देश को गुलाम बनाने वालों, गुलामी की मानसिकता के साथ इतिहास लिखने वालों ने लिखा, भारत का इतिहास वो भी है जो भारत के सामान्य जन में, भारत की लोकगाथाओं में रचा-बसा है। जो पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ा है।

उत्तर प्रदेश में आ रहे सबसे ज्यादा पर्यटक

  • बहराइच जैसे विकास के आकांक्षी जिले में स्वास्थ सुविधाएं बढ़ना यहां के रहने वालों के जीवन को आसान बनाएगा। इसका लाभ आसपास के जिले श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर को तो होगा ही साथ ही साथ ही नेपाल से आने वाले मरीजों को भी मदद करेगा। देश की 500 से ज्यादा रियासतों को एक करने का कठिन कार्य करने वाले सरदार पटेल जी के साथ क्या किया गया, देश का बच्चा भी भली-भांति जानता है। आज दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी सरदार पटेल की है, जो हमें प्रेरणा दे रही है।
  • भारत के अनेक ऐसे सेनानी हैं, जिनके योगदान को अनेक वजहों से मान नहीं दिया गया। चौरी-चौरा के वीरों के साथ जो हुआ, वो क्या हम भूल सकते हैं? महाराजा सुहेलदेव और भारतीयता की रक्षा के लिए उनके प्रयासों के साथ भी यही प्रयास किया गया। बीते कुछ सालों में देश भर में इतिहास, आस्था, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े जितने भी स्मारकों का निर्माण किया जा रहा है,
  • उनका बहुत बड़ा लक्ष्य पर्यटन को बढ़ावा देने का भी है। उत्तर प्रदेश तो पर्यटन, तीर्थाटन दोनों के मामले में समृद्ध भी है और इसकी क्षमताएं भी अपार हैं।
  • बीते कुछ वर्षों में जो प्रयास हुए हैं उनका प्रभाव भी नजर आने लगा है। जिस राज्य में सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं, उसका नाम है उत्तर प्रदेश। विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करने में UP देश के टॉप तीन राज्यों में आ चुका है।

देश के निवेशक UP में उद्योग लगाने के लिए उत्साहित

प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे जैसी चौड़ी सड़कें पूरे उत्तर प्रदेश में बनाई जा रही है। UP को रेल कनेक्टिविटी के लिए भी आधुनिक बनाया जा रहा है। ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर UP में बनाया गया है। UP में उद्योग लगाने के लिए देश के निवेशक उत्साहित हैं। इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं।

मोदी ने कहा कि कोरोनाकाल में जिस तरह से UP में काम हुआ, वह सराहनीय है। यदि UP में हालात बिगड़ते तो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या कहा जाता? लेकिन योगी के नेतृत्व में UP ज्यादा से ज्यादा लोगों का जीवन बचाने में कामयाब रहा। अन्य प्रदेश से लौटे श्रमिकों को रोजगार भी दिया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमि पूजन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमि पूजन किया।

 

UP में 22 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे

UP में 2014 तक 14 मेडिकल कॉलेज थे। आज 24 हो चुके हैं। साथ ही गोरखपुर व बरेली में एम्स का काम चल रहा है। इनके अलावा 22 नए मेडिकल कॉलेज और बनाए जा रहे हैं। वाराणसी में आधुनिक कैंसर अस्पताल की सुविधा भी पूर्वांचल को मिल रही है। UP जल जीवन मिशन यानी हर घर जल पहुंचाने के लिए भी प्रशंसनीय काम कर रहा है। जब शुद्ध जल हर घर पहुंचेगा तो तमाम बीमारियां ऐसे ही कम हो जाएंगी। हर वर्ग को लाभ मिल रहा है। विशेषकर छोटे किसान इससे ज्यादा लाभ उठा रहे हैं।

राजनीतिक अप्रचार की पोल खुद किसान खोल रहे: PM मोदी

  • ढाई करोड़ किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत रुपए सीधे खाते में जमा हो चुके हैं। ये वह किसान थे जो सिंचाई या अन्य छोटी जरूरतों के लिए कर्ज लेते थे। यहां के किसानों को बिजली न मिल पाने दिक्कत आती थी, रात भर बोरिंग के पानी के लिए जागना पड़ता था, इंतजार करना पड़ता था। ऐसी तमाम समस्याएं आज बिजली आपूर्ति से दूर हो रही है।
  • देश की जनसंख्या बढ़ने के साथ खेती की जमीन छोटी होती जा रही है। आज किसान संगठित होकर FPO बना रहे हैं। आज किसान रेल के माध्यम से अपने उत्पाद बड़े बाजारों तक पहुंचा रहे हैं। जो नए कृषि सुधार किए गए हैं, उनका लाभ भी छोटे किसानों को सबसे अधिक होगा। ये नए कानून बनने के बाद जगह-जगह से किसानों के नए अनुभव सामने आ रहे हैं। लेकिन इन कानूनों के खिलाफ भांति-भांति प्रकार के भ्रम फैलाए जा रहे हैं। लेकिन अब राजनीति के लिए फैलाए गए झूठ व अप्रचार की पोल अब किसान खोल रहे हैं।
  • UP में इस बार पिछले साल की तुलना में इस बार 65 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद की गई, जो दोगुना है। गन्ना एक लाख करोड़ से अधिक रुपए पहुंचा चुकी है। गन्ना किसानों को कोई दिक्कत न आए, इसके लिए केंद्र ने भी राज्य सरकारों को हजारों करोड़ रुपए दिए हैं। सरकार की हर कोशिश है कि गांव किसान का जीवन सुधरे।
  • किसानों की जमीन अवैध कब्जे से मुक्त हो, इसके लिए स्वामित्व योजना UP में चलाई जा रही है। यूपी के 50 जिलों में ड्रोन के जरिए सर्वे चल रहा है। दो लाख से ज्यादा परिवारों को घरौनी (घर का स्वामित्व) मिल चुकी है। यानी ये परिवार अब हर प्रकार की आशंका से मुक्त हो चुका है।
  • आज गांव का गरीब यह देख रहा है कि उसके छोटे से घर व जमीन को बचाने के लिए कोई सरकार इतनी बड़ी योजना चला रही है। इसलिए जब कोई कृषि सुधारों के माध्यम से किसानों की जमीन छिन जाने का झूठ फैलाता है तो उस पर कैसे कोई विश्वास कर ले। हमारा संकल्प देश को आत्म निर्भर बनाने का है। इस संकल्प सिद्धि को समर्पित भाव से जुटे रहेंगे।

82 बीघा जमीन पर बनेगा स्मारक

महाराजा सुहेलदेव 11वीं सदी में श्रावस्ती के सम्राट थे। सुहेलदेव ने महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद को मारा था। महाराजा सुहेलदेव का स्मारक बहराइच मुख्यालय से 8 किमी की दूरी पर गोंडा रोड पर चित्तौरा झील के किनारे है। स्मारक का निर्माण पयागपुर राजघराने की 82 बीघा जमीन पर होगा। इसे स्मारक समिति के अध्यक्ष राजा यशुवेंद्र विक्रम सिंह ने 30 साल के लिए लीज पर दिया है। यह भूमि महाराजा सुहेलदेव स्मृति न्यास को दी गई है। राजभर और पासी जाति के लोग उन्हें अपना वंशज मानते हैं। इन जातियों का असर पूर्वांचल की कई सीटों पर है।

दो साल पहले PM ने जारी किया था डाक टिकट

दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर में महाराजा सुहेलदेव का डाक टिकट जारी किया था। महाराजा सुहेलदेव को समर्पित ट्रेन भी मोदी सरकार द्वारा चलाई गई थी। भाजपा और हिंदूवादी संगठन सुहेलदेव को हिंदू राजा के तौर पर चित्रित करते हैं। प्रदेश सरकार में 2019 के लोकसभा चुनाव पूर्व तक भाजपा के सहयोगी रहे ओम प्रकाश राजभर ने महाराजा सुहेलदेव के नाम पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (भासपा) बना रखी है। वे इसके अध्यक्ष हैं। लेकिन उनके भाजपा से दूर हटने के बाद राजभर समाज से आने वाले अनिल राजभर को पार्टी ने कैबिनेट मंत्री बनाया है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

कार्यक्रम में UP सरकार के कई मंत्री व विधायक शामिल होंगे। इस दौरान अभेद सुरक्षा व्यवस्था के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर दो अपर पुलिस अधीक्षक, तीन CO, तीन कंपनी PAC और 200 सिपाही तैनात किए गए हैं।

महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा।
महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा।

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