सेकंड हैंड नही रिफर्बिश्ड मोबाइल लें, बचाइए अपना स्वास्थ्य

यह रिपोर्ट कैशीफाई द्वारा प्रकाशित की गई है। कैशीफाई की रिपोर्ट ‘द सेकेंड हैंड स्मार्टफोन मार्केट इन इंडिया’ के अनुसार, भारत में कुल मोबाइल के बाजार में 11 फीसदी हिस्सेदारी रिफर्बिश्ड फोन की है।
इतना ही नहीं भारत में सेकेंड हैंड और रिफर्बिश्ड फोन की वृद्धि दर लगभग 25 फीसदी रही है, जबकि वैश्विक स्तर पर सेकेंड हैंड फोन और रिफर्बिश्ड फोन की वृद्धि दर 18-20 फीसदी आंकी जा चुकी है।

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रिफर्बिश्ड और सेकेंड हैंड फोन में अंतर
सेकेंड हैंड या यूज्ड फोन बिना वारंटी के हो सकते हैं। यह बिना परीक्षण और क्वालिटी चेक के बाजार बेच दिए जाते हैं। इनमें क्षति या अन्य समस्याएं पाई जा सकती हैं। रिफर्बिश्ड मोबाइल का कई आधार पर परीक्षण किया जाता है और उसके बाद रिफर्बिश्ड का टैग लगाया जाता है। कई बड़ी कंपनियां रिफर्बिश्ड फोन पर वारंटी भी देती हैं।

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