लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को राज्यसभा उप चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार सैय्यद जफर इस्लाम निर्विरोध निर्वाचित हुए। भाजपा महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला के नाम वापस लेने के बाद उनका निर्विरोध निर्वाचन हो गया है। इनका कार्यकाल नवंबर 2022 तक रहेगा। यह सीट सांसद अमर सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी।
प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना की उपस्थिति में विधानसभा के पुरुषोत्तम दास टंडन हाल में विशेष सचिव विधानसभा एवं निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र जफर इस्लाम के प्रतिनिधि जेपीएस राठौर को प्रदान किया गया।
निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने बताया कि निर्वाचन के लिए प्रत्याशियों के नामांकन पत्र के नाम वापसी का शुक्रवार को अंतिम दिन था। उन्होंने बताया कि गोविंद नारायण ने अपना नाम वापस ले लिया था। गोविंद नारायण के नाम वापस लेने के बाद राज्यसभा निर्वाचन के लिए सैय्यद जफर इस्लाम को एकमात्र प्रत्याशी होने के कारण निर्विरोध रूप से निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
दुबे ने बताया कि अमर सिंह के निधन के बाद रिक्त राज्यसभा सीट के लिए निर्वाचन के लिए भाजपा के सैय्यद जफर इस्लाम व गोविंद नारायण तथा एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी महेश चंद शर्मा ने अपना नामांकन कराया था।
मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और भाजपा से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी सैय्यद जफर इस्लाम ने सात वर्ष पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। उत्तर प्रदेश से भाजपा ने उनको राज्यसभा भेजा है।
बीजेपी के सातवें मुस्लिम सांसद
सैय्यद जफर इस्लाम भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और उन्होंने मध्य प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में शामिल कराने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। जफर इस्लाम बीजेपी के सातवें मुस्लिम सांसद हैं। इससे पहले बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन, एमजे अकबर, मुख्तार अब्बास नकवी, आरिफ बेग, सिकंदर बख्त और नजमा हेपतुल्ला जैसे मुस्लिम नेता बीजेपी से सांसद रह चुके हैं।