लॉकडाउन के दौरान हजारों प्रवासी मजदूरों और देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे लोगों को घर पहुंचाने वाले सोनू सूद अब गरीब बच्चों की मदद करेंगे। उन्होंने अपनी मां सरोज सूद के नाम पर एक स्कॉलरशिप शुरू की है, जो गरीब बच्चों को उनकी पढ़ाई के लिए दी जाएगी।
कैसे आया आइडिया?
एक बातचीत में सोनू ने बताया- बीते कुछ महीनों के दौरान मैंने देखा कि तंगी में जिंदगी गुजार रहे लोगों को अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए बहुत स्ट्रगल करना पड़ रहा है। कुछ के पास ऑनलाइन क्लासेस अटेंड करने के लिए फोन नहीं हैं। कुछ के पास फीस भरने के पैसे नहीं हैं। इसलिए मैंने अपनी मां प्रोफेसर सरोज सूद के नाम से स्कॉलरशिप शुरू करने के लिए देशभर की यूनिवर्सिटीज से टाईअप किया।
मुफ्त शिक्षा देती थीं सरोज
सोनू आगे कहते हैं- मां मोंगा (पंजाब) में मुफ्त शिक्षा दिया करती थीं। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं उनके काम को आगे लाकर जाऊं। मुझे लगा कि इसका सही समय यही (लॉकडाउन और कोरोना के बाद) है।”
किसे मिलेगी स्कॉलरशिप?
सोनू सूद की यह स्कॉलरशिप मेडिसिन, इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स एंड ऑटो-मोशन साइबर सिक्युरिटीज, डाटा साइंस, फैशन और बिजनेस स्टडीज जैसे कोर्स के लिए मिलेगी।
क्या होना चाहिए सालाना इनकम
सोनू कहते हैं, “ऐसे परिवारों से आने वाले स्टूडेंट्स, जिनकी सालाना इनकम दो लाख रुपए से कम है, वे स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। शर्त सिर्फ एक ही है कि उनका एकेडमिक रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए। उनके सभी खर्चे, जैसे कि कोर्स और होस्टल की फीस और खाने तक की जिम्मेदारी हम उठाएंगे।