नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक लाइबेरिया के झंडे वाले थोक वाहक पर अपहरण के प्रयास को नाकाम कर दिया। लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज ने यूकेएमटीओ पोर्टल पर एक संदेश भेजा था। इसमें 04 जनवरी 24 की शाम को लगभग पांच से छह अज्ञात सशस्त्र कर्मियों के सवार होने का संकेत दिया गया था। इसके बाद नेवी ऐक्शन में आ गई। भारतीय नौसेना ने बताया कि नौसेना के विमान गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।
घटना की जानकारी मिलने के बाद नेवी ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए, एक एमपीए लॉन्च किया। विदेशी जहाज की सहायता के लिए समुद्री सुरक्षा संचालन के लिए तैनात आईएनएस चेन्नई को डायवर्ट कर दिया गया। विमान ने 05 जनवरी 24 की सुबह जहाज के ऊपर से उड़ान भरी। इसके साथ ही चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जहाज के साथ संपर्क स्थापित किया।
सोमालिया के तट के पास एक और जहाज हाईजैक हुआ है। इस पर 15 भारतीय क्रू मेंबर्स सवार थे। लिबेरिया के फ्लैग वाले इस जहाज का नाम लीला नोर्फोर्क है। भारतीय नेवी ने कहा है कि वो मामले पर नजर बनाए हुए है। शिप पर मौजूद क्रू मेंबर्स से कॉन्टैक्ट किया जा रहा है।
मरीन ट्रैफिक के मुताबिक, जहाज ब्राजील के पोर्टो डू एकू से बहरीन के खलीफा बिन सलमान पोर्ट जा रहा था। ये 11 जनवरी को लोकेशन पर पहुंचने वाला था। वेसल फाइंडर के मुताबिक, जहाज से आखिरी बार 30 दिसंबर को संपर्क किया गया था।