हंदवाड़ा आतंकी हमला: जांबाज सपूतों की अंतिम विदाई की कुछ खास तस्वीरें।

कश्मीर के हंदवाड़ा में शनिवार को एक कर्नल और एक मेजर समेत पांच जवान शहीद हो गए थे। एनकाउंटर में दो आतंकी भी मारे गए थे। कर्नल आशुतोष शर्मा 21 राष्ट्रीय रायफल्स में कमांडिंग अफसर थे। मेजर अनुज सूद भी शहीद हुए। मंगलवार को कर्नल आशुतोष का जयपुर और मेजर सूद का पंचकूला में अंतिम संस्कार किया गया। यहां देश के जांबाज सपूतों की अंतिम विदाई की कुछ खास तस्वीरें।

जयपुर: कर्नल शर्मा को पत्नी पल्लवी और बड़े भाई पीयूष ने दी मुखाग्नि

शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग अफसर थे। सोमवार को उनकी पार्थिव देह श्रीनगर से जयुपर लाई गई।
मंगलवार सुबह आर्मी कैंपस में शहीद कर्नल आशुतोष की पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गई।
कर्नल आशुतोष को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शहीद कर्नल आशुतोष को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
जयपुर में अजमेर रोड स्थित मोक्षधाम में शहीद कर्नल का अंतिम संस्कार हुआ।
शहीद कर्नल के सम्मान और उनकी वीरता को नमन करने के लिए पार्थिव शरीर के साथ आर्मी बैंड भी मोक्षधाम पहुंचा।
मोक्षधाम में पार्थिव देह पर लोगों ने पुष्प वर्षा की और कर्नल आशुतोष शर्मा अमर रहें- के नारे लगाए।
शहीद आशुतोष की पत्नी पल्लवी और बेटी तमन्ना अंतिम विदाई देने के लिए मोक्षधाम पहुंचीं।
मोक्षधाम में अंतिम संस्कार से पहले शहीद आशुतोष को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पल्लवी को पार्थिव देह पर लिपटा तिरंगा दिया गया तो वो भावुक हो गईं।
कर्नल की पत्नी पल्लवी अंतिम संस्कार के दौरान तिरंगे को सीने से लगाए रहीं।
कर्नल आशुतोष के अंतिम संस्कार से पहले उनके बड़े भाई पीयूष ने मां के पैर छुए।
कर्नल के बड़े भाई पीयूष के साथ शहीद की पत्नी पल्लवी ने भी मुखाग्नि दी।
पंचतत्व में विलीन हुए शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा।

पंचकूला: रिटायर्ड ब्रिगेडियर पिता ने सीने पर मेडल लगाकर मुखाग्नि दी

उधर, पंचकूला में मेजर अनुज सूद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद बेटे की चिता को उनके पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर सीके सूद ने मुखाग्नि दी। पिता ने सिविल ड्रेस में ही अपने सीने पर मेडल लगाकर बेटे को अंतिम विदाई दी। मंगलवार सुबह ही मेजर सूद की पार्थिव देह आर्मी हॉस्पिटल से उनके पंचकूला स्थित घर लाई गई। इस दौरान शहीद मेजर की पत्नी आकृति बिलख पड़ींं। वो काफी देर तक ताबूत में रखे पार्थिव शरीर को देखती रहीं। अनुज की मां का भी यही हाल था। शहीद मेजर की बहन हर्षिता भी सेना में कैप्टन हैं।

सोमवार सुबह शहीद मेजर सूद की पार्थिव देह को आर्मी हॉस्पिटल से पंचकूला स्थित उनके घर लाया गया।
मेजर सूद मूलत: हिमाचल के रहने वाले थे। हालांकि, काफी साल पहले उनका परिवार पंचकूला शिफ्ट हो गया था।
शहीद मेजर अनुज की पत्नी आकृति एकटक ताबूत में पार्थिव देह को देखती रहीं। मेजर से उनकी शादी तीन साल पहले यानी 2017 में हुई थी।
पंचकूला में सैन्य सम्मान के साथ मेजर अनुज का अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद की पत्नी आकृति और मां भी उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए मोक्षधाम पहुंचीं।
 शहीद मेजर सूद की देह से लिपटा तिरंगा हाथ में आते ही आकृति बेहद भावुक हो गईं। उन्होंने सिर झुकाकर तिरंगे को नमन किया।
प्रणाम कर पति शहीद मेजर अनुज सूद को अंतिम विदाई देतीं पत्नी आकृति।
पंचतत्व में विलीन हुए मेजर अनुज सूद।

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