हमीरपुर। मुंबई से लौटी मौसिया के संपर्क में आने से कोरोना से प्रभावित हुए तीन साल के मासूम ने कोरोना को मात दे दी। बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती मासूम को डिस्चार्ज कर दिया गया है। उधर, जनपद के नोडल अधिकारी ने बुधवार को जिला अस्पताल का दौरा करके कोरोना से निपटने के इंतजाम के साथ-साथ सामान्य भर्ती मरीजों का हालचाल लिया।
15 मई को सुमेरपुर ब्लाक के सिमनौड़ी गांव में मुंबई से लौटे प्रवासी मजदूर में कोरोना की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद इसके संपर्क में आने वालों की जांच हुई तो 21 मई को दो अन्य लोगों में भी कोरोना की पुष्टि हुई। इन दो नए मरीजों के संपर्क में आने वालों की जांच हुई तो 25 मई को 3 साल के बालक सहित एक अन्य युवक कोरोना पॉजिटिव मिला था। बालक अपने कोरोना पॉजिटिव मौसिया के संपर्क में आया था। इन सभी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके सचान ने बताया कि तीन साल के बालक की दो रिपोर्टे निगेटिव आ चुकी है। उसे बांदा मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया गया है। बालक मूलरूप से बांदा जनपद के गड़रिया गांव का निवासी है।
नोडल अधिकारी ने अस्पताल का निरीक्षण किया
कोरोना वायरस को लेकर जनपद के नोडल अधिकारी बनाए गए नंदलाल ने बुधवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल से मिलने वाली सहुलियतों के बारे में जानकारी ली। नोडल अधिकारी ने साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ.आरके सचान, एनेस्थीसिया डॉ.आरटी बनर्जी भी मौजूद रहे।