लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से आये प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिये मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से प्रत्येक कामगार को फोन करके उसकी दक्षता पूछने के निर्देश दिये हैं। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि योगी ने लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग पर खास तौर पर चर्चा की और कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पाइन को मजबूत करके एक-एक श्रमिक को फोन करके पूछा जाए कि वह किस क्षेत्र में माहिर है और क्या काम करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि ऐसा करके पुनर्वास आयोग के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने की पूरी योजना को आगे बढ़ाया जाए। विभिन्न कार्यकुशलता वाले श्रमिकों एवं कामगारों को उद्योगों से मिलाया जाए। एमएसएमई विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह औद्योगिक संगठनों से सम्पर्क करके जल्द से जल्द श्रमिकों को रोजगार की सम्भावनाओं को बढ़ाये।
अवस्थी के मुताबिक प्रदेश में राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी की व्यवस्था को और मजबूती से आगे बढ़ाया जाये। अगर किसी प्रवासी श्रमिक या अन्य व्यक्ति का राशन कार्ड नहीं बना है तो उसे बनवाया जाए। उन्होंने बताया कि बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री योगी ने राजधानी स्थित राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का आकस्मिक निरीक्षण किया। उनके साथ वित्त मंत्री सुरेश खन्ना भी थे। योगी ने वरिष्ठ चिकित्सकों और प्रभारी को मरीजों को इमर्जेंसी सेवा तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।बाद में, मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को आदेश दिया कि वे लखनऊ की इमर्जेंसी सेवाओं का निरीक्षण करें ताकि पूरी व्यवस्था को बेहतर कर हर मरीज को समय से इमर्जेंसी सेवा मिले। किसी भी मरीज को इंतजार न करना पड़े और मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उन्हें सेवा दी जाए।