हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय देखें, कोई भी चीज गलत होने पर रिजेक्ट हो सकता है क्लेम

नई दिल्ली। अगर आप सोच रहे हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ले ली और उससे पूरा क्लेम मिल जाएगा, तो इसे एक बार अच्छी तरह से पढ़ लें। इंश्योरेंस पॉलिसी की मिस सेलिंग एक ऐसा मामला है, जो कभी न कभी आपके बजट को बिगाड़ सकता है। हम बता रहे हैं कैसे हो सकती है मिस सेलिंग।

आईसीआईसीआई लोंबार्ड की है कहानी

देश की लीडिंग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी देने वाली आईसीआईसीआई लोंबार्ड ने ऐसी ही मिस सेलिंग की है। 13 जनवरी 2020 को कंपनी ने धर्मेंद्र प्रताप सिंह को और उनके परिवार को हेल्थ की पॉलिसी दी। इसमें बेस के साथ टॉप अप भी था। पॉलिसी के लिए 30 हजार रुपए लिए गए। कंपनी ने पॉलिसी में दो नाम और उम्र में गलती कर दी। पिछले एक साल से धर्मेंद्र प्रताप इस गलती को सुधारने के लिए कंपनी के संपर्क में थे।

पॉलिसी रिन्युअल में बढ़ गया 30 पर्सेंट प्रीमियम

इसी बीच इस साल जनवरी में कंपनी की ओर से धर्मेंद्र सिंह को फोन आया कि पॉलिसी का रिन्युअल है। उन्होंने कंपनी के कहने पर पॉलिसी रिन्युअल के लिए 40 हजार रुपए दिए। कंपनी ने एक साल पहले की तुलना में प्रीमियम में 30 पर्सेंट की बढ़ोत्तरी कर दी। 4 फरवरी को कंपनी को प्रीमियम मिलता है। पॉलिसी की तारीख 13 फरवरी दी जाती है।

एक साल से कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया

ग्राहक ने जब इस पर जवाब मांगा तो उन्हें इसका भी जवाब नहीं मिला। कंपनी ने एक साल में यह नहीं बताया कि कुल कितना सम अश्योर्ड है, कितना टॉप अप है, कितना बेस है और पॉलिसी में क्या-क्या है। धर्मेंद्र बताते हैं कि पहली बात तो यह है कि कंपनी ग्राहकों की सुनती ही नहीं है। एक साल से हम कोशिश कर रहे हैं कंपनी सुनने को तैयार नहीं। ऐसे में अगर कोई दुर्घटना हो जाती तो इन गलतियों पर कोई क्लेम भी पास नहीं होता।

अब वापस कंपनी 9,500 रुपए मांग रही है

अब जब वापस धर्मेंद्र सिंह ने बात की तो कंपनी ने कहा कि उन्हें 9,500 रुपए और देने होंगे। कंपनी ने कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रैकेट बदल गया, फीचर और जोड़ दिए गए हैं। दिसंबर में रेट बदल गए। हो सकता है कि मेंटर डिसऑर्डर हो जाए। इस तरह से कई कारण कंपनी ने बताया। लेकिन इन सब चीजों की जानकारी कभी कंपनी ने ग्राहक को नहीं दी। यहां तक कि रिन्युअल के समय पैसे लेने पर भी जानकारी नहीं दी और अब इसके लिए 9 हजार मांग रही है।

एयर एंबूलेंस भी जोड़ दिया फीचर में

धर्मेद्र सिंह कहते हैं कि कंपनी ने फीचर में एयर एंबूलेंस डाला है। मुझे कहां अमेरिका जाना है जो एयर एंबूलेंस के लिए मै प्रीमियम दूं? और कंपनी ने यह सब करने से पहले कुछ नहीं बताया। अब वह मिस सेलिंग कर 9500 रुपए और मांग रही है।

मिस सेलिंग से बचने के लिए पॉलिसी पर ध्यान दें

अगर आप इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं तो धर्मेंद्र सिंह जैसा मामला आपके साथ भी हो सकता है। बीमा में अक्सर एजेंट मिस सेलिंग करते हैं। इसलिए जब भी आप पॉलिसी लें तो उसमें सभी चीजों को ध्यान से देखें। साथ ही कंपनी से यह समझें कि उसका रिन्युअल प्रीमियम क्या होगा, फीचर क्या होगा। कोशिश करें कि ऐसी कंपनी से बीमा लें, जिसका रिकॉर्ड अच्छा हो। जिसका क्लेम सेटलमेंट अच्छा हो। जिसके कर्मचारी आपकी बात सुनें।

आप हेल्थ पॉलिसी आपातकाल जरूरतों के लिए लेते हैं। ऐसे में अगर इस तरह की गलतियां होती हैं जो इन जरूरत के समय आपको अपना निवेश या घर बेचना पड़ सकता है।

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