हॉन्गकॉन्ग में 6 साल के बच्चों पर भी चीन की नजर, ताकि वे प्रदर्शन का हिस्सा न बनें

बीजिंग/हॉन्गकॉन्ग। आमतौर पर दुनिया में होने वाले प्रदर्शनों में बड़ी उम्र के लोग हिस्सा लेते हैं, लेकिन हॉन्गकॉन्ग में 2019 में सरकार और चीन विरोधी प्रदर्शनों में 6 साल तक के बच्चों ने हिस्सा लिया था। इसे लेकर चीनी सरकार ने हॉन्गकॉन्ग के बच्चों के दिमाग पर भी कब्जा करने की ठान ली है।

दरअसल, चीनी प्रशासन ने अपने विशेष प्रशासनिक रीजन हॉन्गकॉन्ग में बच्चों को राष्ट्रवाद की शिक्षा देने के लिए नई एजुकेशन गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत चीनी नेता ऐसी शिक्षा पर जोर डाल रहे हैं, जिससे वे चीन के प्रति वफादार बनें। इसलिए 6 साल के बच्चों को सिखाया जा रहा है कि कैसे बाहरी ताकतों के प्रभाव को बढ़ने से रोकें और अपने देश को किसी दूसरे के अधीन न होने दें।

शिक्षक बच्चों को बताएंगे कि पुलिस और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) हॉन्गकॉन्ग के गार्जियन हैं। इसके साथ ही वे आतंकवाद और अलगाववाद जैसे मामलों के बारे में भी बच्चों को जानकारी देंगे। मिडिल स्कूलों में छात्र सीखेंगे कि 4 मुख्य अपराध क्या हैं, जिन्हें करने पर व्यक्ति को उम्र भर जेल की सलाखों के पीछे रहना पड़ सकता है।

सरकार की ओर से एक कार्टून वीडियो भी रिलीज किया गया है। इसमें एक उल्लू एक ग्रैजुएशन की टोपी पहने हुए है, जो हॉन्गकॉन्ग के इंस्टीट्यूशन आर्किटेक्चर के बारे में बता रहा है। इसके साथ ही वह केंद्र सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के लिए कर्तव्यों के बारे में भी जानकारी दे रहा है। वीडियो के एक पॉइंट में कहा गया है कि देश के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों का बहुत महत्व है।

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