हॉरर फिल्म ‘कम प्ले’ तकनीक और अकेलेपन के बीच के संबंध पर आधारित

लॉस एंजेलिस। निदेशक जैकब चेस ने साझा किया है कि उनकी हॉरर फिल्म ‘कम प्ले’ में अकेलापन और प्रौद्योगिकी कैसे अहम भूमिका निभाते हैं।

स्टीवन स्पीलबर्ग के एंबलिन पार्टनर्स और रिलायंस एंटरटेनमेंट की फिल्म ‘कम प्ले’ ओलिवर नाम के एक अकेले लड़के के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसकी फोन के जरिए एक रहस्यमयी प्राणी लैरी के साथ दोस्ती उसके सपनों को बुरे सपने में बदल देती है।

चेस ने इस फिल्म में हॉरर और तकनीक को मिश्रित करने की कोशिश की है। चेस ने कहा, “प्रौद्योगिकी हमारे चारों ओर है और यह इस फिल्म में एक बड़ी भूमिका निभाती है। लेकिन यह हैक करने या अजीब कोडिंग के बारे में नहीं है। यह हॉन्टेड घर का नया संस्करण है, जिसमें घटनाओं के केन्द्र में टैबलेट और फोन हैं।”

फिल्म प्रौद्योगिकी और अकेलेपन के बीच के संबंध के बारे में है। उन्होंने आगे कहा, “इसका यह पहलू लैरी से बहुत करीब से जुड़ा हुआ है क्योंकि वह एक मॉन्स्टर है जो अकेलेपन से आता है। प्रौद्योगिकी अद्भुत हो सकती है लेकिन जिस तरह से हम इसका उपयोग करते हैं वह अकेलेपन को भी जन्म देती है।”

‘कम प्ले’ 27 नवंबर को भारतीय सिनेमाघरों में हिट होगी।

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